Wheat Flour With Stone Powder Adulteration: मौजूदा वक्त में खाने में मिलावट होना आम बात है, लेकिन ये सेहत के लिए बड़ा खतरा है. यही वजह है कि लोगों को हमेशा इस बात की फिक्र रहती है कि जो चीजें वो खा रहे हैं उसमें कुछ उल्टा-पुल्टा तो नहीं मिला हुआ. कई दुकानदार ज्यादा मुनाफे की चाहत में ऐसी हरकतें है. हाल में ही ऐसी खबरे आई हैं कि गेहूं के आटे में स्टोन पाउडर मिलाया जा रहा. अब ऐसे में आपका टेंशन में आना लाजमी है क्योंकि ये पेट और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.


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स्टोन पाउडर खाने के नुकसान


डाइटीशियन दीपालक्ष्मी ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, "अलबास्टर, एक मिनरल और नक्काशी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक नरम चट्टान और प्लास्टर पाउडर का एक सोर्स है जिलसे आटे में मिलाया गया था. ये कहना सुरक्षित है कि ये इंसानों के खाने के लिए सही नहीं है. हालांकि अगर कोई इसका सेवन करता है, तो इससे साइड इफेक्ट और पोटेंशियनल जैसे कब्ज, पेट में तकलीफ, सूजन और दांतों की सेंसिटिविटी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं क्योंकि पत्थर का नेचर दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकती है और कैविटी और डैमेज का कारण बन सकती है,"


डाइटीशियन ने आगे कहा, "लॉन्ग टर्म में, इन हेवी मिनरल्स के सेवन से किडनी को नुकसान हो सकता है और अगर खाना पकाते समय आटे को सांस के साथ अंदर ले लिया जाए, तो ये सांस से जुड़ी समस्याओं के साथ-साथ क्रोनिक डिजीज का कारण भी बन सकता है."



आटे में स्टोन पाउडर की मिलावट का पता कैसे लगाएं ?


दीपालक्ष्मी के मुताबिक आटे में स्टोन पाउडर की मिलावट का पता सेडिमेंटेशन टेस्ट के जरिए लगाया जा सकता है. इसके लिए आप एक बड़े चम्मच में आटा लेकर एक ग्लास पानी में डाल लें और चम्मच घुमाएं और फिर सेडिमेंट्स के नीचे जमा होने का इंतेजार करें. अगर ग्लास के तल में सफेद स्टोन पाउडर नजर आता है तो समझ जाएं कि आटा मिलावटी है और इसे खाना खतरे से खाली नहीं है.


इसके अलावा आप आटे का अपीयरेंस और टेक्चर भी देख सकते हैं. डाइटीशियन ने कहा, "अगर आटा बहुत ज्यादा सफेद और महीन है तो ये मिलावटी हो सकता है, क्योंकि आटा आमतौर पर हल्का भूरा रंग का होता है और टेक्सचर खुरदुरा सा होता है." विनेगर टेस्ट भी एक अच्छा तरीका है. आप आटा, पानी और जरा सा विनेगर को मिक्स कर लें, अगर ये फिज करता है तो प्रोडक्ट मिलावटी है.