DNA: नीतीश.. नायडू भाग तो नहीं जाएंगे?
सोनम Fri, 07 Jun 2024-1:42 am,
प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी अटल परीक्षा है कि सहयोगियों को साथ लेकर क्या वो उतनी मजबूती से काम कर पाएंगे, जितने बेधड़क होकर अपने पहले के दो कार्यकाल में करते रहे हैं? प्रधानमंत्री ने अपने दूसरे कार्यकाल के आखिरी संसदीय भाषण में कहा था कि उनका तीसरा कार्यकाल कड़े और बड़े फ़ैसलों वाला होगा। ..यही संकेत उन्होंने 4 जून को दिल्ली के बीजेपी हेडक्वार्टर में अपने विजयी भाषण में भी दिये...और कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका बिग एक्शन जारी रहेगा। कल ही DNA में हमने आपको 6 मुद्दों की एक लिस्ट बताई थी, जिन्हें लेकर नीतीश और नायडू का प्रधानमंत्री मोदी से टकराव हो सकता है। इसमें पहला मुद्दा UCC है, जो मोदी का ड्रीम एजेंडा है। दूसरा जाति जनगणना है जो नीतीश का ड्रीम वादा है। तीसरा NRC है। चौथा वन नेशन वन इलेक्शन है, पांचवा चुनाव क्षेत्र परिसीमन है और छठा- विशेष राज्य का दर्जा है।