गूगल मैप्स को बाय-बाय कहने का टाइम आ गया

रुचिका कपूर Jun 30, 2024, 12:06 PM IST

अब गूगल मैप्स को बाय-बाय कहने का टाइम आ गया है। क्योंकि, भारत ने अपना जियोपोर्टल भुवन तैयार करने के साथ उसका इस्तेमाल करना भी शुरु कर दिया है। भुवन को गूगल मैप्स का भारतीय संस्करण भी कहा जाता है, जो चार भाषाओं में उपलब्ध है। ये एक बहुउद्देश्यीय सेटेलाइट एप्लिकेशन प्लेटफॉर्म है। जिसे ISRO यानि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन संचालित करता है। इसके ज़रिए भौगोलिक जानकारी और दूसरी भौगोलिक सेवाओं को खोजने और उनका इस्तेमाल करने के लिए किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर से पृथ्वी के सतह की 2डी और 3डी पिक्चर भी देखी जा सकती है। भुवन को खासतौर पर भारत के लिए तैयार किया गया है। जो दूसरे सॉफ्टवेयर की तुलना में एक मीटर तक की लोकल रिजॉल्यूशन के साथ भारतीय जगहों की ब्रॉड इमैजिनेशन मुहैया कराता है। हालांकि, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए IMAGES में भारत का कोई भी रक्षा प्रतिष्ठान शामिल नहीं है। तो आपको बता दें कि, उत्तरकाशी वन विभाग जियो पोर्टल भुवन की मदद से ही जंगलों की आग पर नजर रख रहा था। यही नहीं गूगल मैप्स का भारतीय संस्करण भुवन के करीब साढे चार लाख रजिस्टर्ड यूजर्स भी हो गए हैं।

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