Jagdeep Dhankar mimicry video: `मिमिक्री करना कोई अपराध नहीं`-कांग्रेस प्रवक्ता | TTK
Wed, 20 Dec 2023-7:09 pm,
आज की बहस उस मिमिक्री पर जो संसद में जायज़ है या नहीं, ये तो आगे जानेंगे। फिलहाल इतना कहा जा सकता है कि ये मिमिक्री विपक्ष के INDI अलायंस को 2024 के हिसाब से भी बहुत महंगी पड़ सकती है। बात कहां से शुरू हुई थी और कहां पहुंच गई। संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर हंगामे पर आज भी विपक्ष के दो सांसद लोकसभा से सस्पेंड कर दिये गये। इन्हें मिलाकर अब तक 143 सांसद से बाहर बिठाए जा चुके हैं। आज एक काम और हुआ। इन सांसदों के संसद की गैलरी, लॉबी में आने पर भी रोक लगा दी गई. कल संसद के बाहर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी, और राहुल गांधी इस मसखरी का वीडियो बना रहे थे। संसद के बाहर लाफ्टर शो चल रहा था। आज उपराष्ट्रपति ने उसपर रियेक्ट किया। राज्यसभा में कांग्रेस से पूछा कि क्या यही 138 साल पुरानी पार्टी के संस्कार हैं? उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं खून के घूंट पी रहा हूं। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ का मज़ाक उड़ाते तो कोई बात नहीं थी, लेकिन ये मज़ाक एक संवैधानिक पद का, और उस पद पर बैठे किसान के बेटे का, जाट बिरादरी के बेटे का उड़ाया गया है। उपराष्ट्रपति की मज़ाक उड़ाए जाने की आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी निंदा की। प्रधानमंत्री ने भी उपराष्ट्रपति को फोन करके दुख जताया। ये भी कहा कि मैं तो ऐसा अपमान 20 साल से झेल रहा हूं। उपराष्ट्रपति के सम्मान में और इस मज़ाक के विरोध में NDA के सांसदों ने आज एक घंटे खड़े रहकर राज्यसभा अटेंड की। अब कांग्रेस का पक्ष भी जानिये। सोनिया गांधी ने आज संसदीय दल की बैठक में कहा कि विपक्ष को बाहर करके लोकतंत्र का गला तो खुद सरकार घोंट रही है। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि मिमिक्री का वीडियो बनाना कोई गुनाह नहीं है, सरकार असल मुद्दों से डायवर्ट कर रही है। कल्याण बनर्जी ने कहा कि मिमिक्री करना तो एक आर्ट है।..और कांग्रेस अध्यक्ष मलिल्कार्जुन खरगे ने कहा कि अपनी मिमिक्री को किसान का अपमान और जाति का अपमान बताकर उपराष्ट्रपति विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। नई ख़बरें ये हैं कि उपराष्ट्रपति के अपमान पर जाट बिरादरी और किसान संगठन एक्टिव हो रहे हैं। सिंगल लाइन डिमांड है कि माफ़ी मांगो वर्ना महंगा पड़ेगा। क्या है ये जाट प्लस किसान वाला इक्वेशन और कितना महंगा पड़ सकता है, ये भी जानेंगे, उससे पहले सारे पक्षों को सुन लेते हैं।