Kasam Samvidhan Ki: लोकतंत्र में खतरे को लेकर राजनीति शुरू
Tue, 30 Jan 2024-11:12 pm,
Kasam Samvidhan Ki: मोदी सरकार को सत्ता में पौने दस साल हो चुके हैं। बस तीन-चार महीने बाद वो तीसरे जनादेश के लिये जनता के बीच होगी। सरकार के पास अपने कामों की लंबी लिस्ट है। बड़ी बड़ी योजनाओँ से लेकर कई बड़े ऐतिहासिक क़ानून, राम मंदिर और कई कॉरिडोर भी उसकी उपलब्धियों की लिस्ट में हैं। सरकार का दावा है कि इन 10 साल में उसने वो किया है जो कांग्रेस 50 साल में नहीं कर पाई। जवाब में विपक्ष के आरोप भी अच्छे से याद हो चुके हैं कि मोदी राज में लोकतंत्र मिटने को है, संविधान खतरे में है, संवैधानिक संस्थाएं चौपट हैं, कार्यपालिका-न्यायपालिका सब गुलामी की ओर हैं। यानी मोदी और उनकी सरकार को छोड़कर सब कुछ खतरे में है। आरोपों और अंदेशों के इसी क्रम में कल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा बयान दिया कि अगर मोदी को 24 में भी जिता दिया, तो फिर इसे आखिरी चुनाव ही समझो, क्योंकि इसके बाद देश में लोकतंत्र नहीं बचेगा, तानाशाही आ जाएगी, राजशाही आ जाएगी। आज बीजेपी ने इसपर सिलसिलेवार जवाब दिया।..बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की 1947 से 2023 तक की लोकतांत्रिक कुंडली अपने तर्कों के साथ पेश की।