Taal Thok Ke: राम आएंगे... 24 में किसे जिताएंगे? | Ayodhya Ram Mandir
Sat, 30 Dec 2023-6:33 pm,
Taal Thok Ke: 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, वो दिन भव्य दिव्य और नव्य होगा.लेकिन उस विशेष दिवस की भव्यता का ट्रेलर आज ही दुनिया ने देख लिया.आज प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में थे. जहां उन्होंने अयोध्या एयरपोर्ट का उदघाटन किया, रेलवे स्टेशन के नए हाइटेक टर्मिनल का उदघाटन किया. वहां से वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. इसके अलावा अयोध्या को 15,700 की योजनाओं की सौगात दी. इन सबके बीच आज प्रधानमंत्री मोदी ने रोड़ शो के जरिए अयोध्या देखी. हर्षित मुदित अयोध्यावासियों को भी देखा. वीणा चौक से लेकर एयरपोर्ट तक अयोध्या धाम की विकास और विरासत में लिपटी तस्वीरें देखी और अयोध्या की सरजमी से दुनिया भर के रामभक्तों से रूबरू हुए. सियाराम चंद्र की जय के उदघोष के साथ उन्होंने अयोध्या के विकास कार्यों की जानकारी दी. बताया कि कैसे आने वाले वक्त में अयोध्या देश के लिए विकास का नया मॉडल बनने वाला है. बताया कि कैसे उनकी सरकार सिर्फ तीर्थ नहीं संवार रही है पंचायत भवन भी बनवा रही है. केदारनाथ और महाकाल लोक में ही निर्माण नहीं हुआ बल्कि मेडिकल कॉलेज से हर घर तक नल से जल भी पहुंचाया. मोदी ने कहा कि सिर्फ श्रीराम को ही टेंट से मुक्ति नहीं मिली. बल्कि देश के 4 करोड़ लोगों को भी सिर छिपाने के लिए छत मिली है.इस खास मौके में पीएम ने नये मंदिर आंदोलन का भी ऐलान किया. ये ऐलान देश भर के हर मंदिर को 14 जनवरी से 21 जनवरी बीच स्वच्छ करने का है. मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वो अपने आसपास के मंदिरों को भी रामलला के विराजमान होने से पहले स्वच्छ करें. इन सबके बीच पीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी हमला बोला, कहा 60 वर्षों में सिर्फ 14 करोड़ गैस कनेक्शन दिये गए. जबकि उनकी सरकार ने महज दस वर्षों में 18 करोड़ से ज्यादा घरों को धुएं से मुक्ति दी. लेकिन सबसे बड़ी बात जो पीएम मोदी ने कही वो गारंटी पर कही. उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी है कि वो कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ते. इशारों में विपक्ष पर वार किया तो विपक्ष ने भी पलटवार किया. शिवसेना उद्धव के नेता संजय राउत ने कहा कि 22 जनवरी के बाद बीजेपी ने श्रीराम को ही कहीं से चुनावी कैंडिडेट बना दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीजेपी धर्म के आंगन से श्रीराम को राजनीति के आंगन में उतार रही है और ऐसा नहीं होना चाहिए. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि कि जिस तरह की सियासत राम मंदिर को लेकर हो रही है. क्या श्रीराम पर संग्राम अभी शेष है?