Career In Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए पूरी दुनिया की दीवानगी बढ़ती जा रही है. कोरोना महामारी के बाद इस टेक्नीक ने लोगों को देश-विदेश में करियर के नए मौके दिए हैं. एक रिसर्च के मुताबिक अगले कुछ वर्षों में एआई का दायरा बढ़कर तीन गुना हो जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगर आप आईटी सेक्टर की इस नई फील्ड में करियर (Career in IT Sector) की राह तलाश रहे हैं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स (AI Course) करके इसमें कदम रख सकते हैं. बेहतर संभावनाओं से भरे इस सेक्टर में आप भी शानदार फ्यूचर बना सकते हैं.


जाने क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
लोग एआई का मतलब कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता को समझते है, लेकिन वास्तव में यह डाटा मैनेजमेंट और मेन्यूपुलेशन है. इंजीनियरिंग की ब्रांचेज जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, रोबोटिक्स, मैथेमेटिक्स आदि  को एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलाकर एआई का निर्माण किया जाता है. इसमें कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग अलग-अलग कंडीशन के अनुसार फीडबैक चुनने के लिए की जाती है.


इसे ऐसे समझें कि एक मशीन (कम्प्यूटर, रोबोट, चिप) में किसी खास उद्देश्य से संबंधित दुनिया भर का डेटा फीड करके एक सॉफ्टवेयर बनाया जाता है, जो उपलब्ध डाटा के आधार पर परिस्थितियों का सटीक आंकलन करने में सक्षम होता है. इसके आधार पर अलग-अलग कंडीशन में एक्यूरेट एक्शन लेता है. यह प्रोसेस एआई कहलाती है, जिसमें सब कुछ डेटा पर डिपेंड करता है. 


एआई के प्रकार
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई तरह के होते हैं, जिसमें क्षमताओं और व्यावहारिकता पर आधारित रिसर्च और अप्लायड एआई अहम हैं.
रिसर्च एआई- इसका इस्तेमाल किसी नए नियम की खोज, नए डिजाइन या डिवाइस को बेहतर बनाने में होता है. इसी टेकनीक के आधार पर गूगल सर्च रिजल्ट्स को और बेहतर बनाया जाता है. 
अप्लायड एआई- जब एआई का यूड डेली लाइफ में किया जाता है. अमेजन की एलेक्सा, एप्पल की सिरी और सेल्फ ड्राईविंग कार टेस्ला जैसी कई डिवाइस में इसका इस्तेमाल होता है. 


करियर की शुरुआत
एआई में शानदार करियर बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस और मैथेमेटिक्स की जानकारी जरूरी है. कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, गणित, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स जैसे सब्जेक्ट्स में इंजीनियरिंग करने के बाद आप इसमें करियर बना सकते हैं.