UPSC Topper 2022: औसत छात्र कहलाने वाले शुभम ने अंकों का गणित छोड़ा पीछे, बताया कैसे करें लक्ष्य पर फोकस
UPSC Topper 2022: मेरठ के शुभम कुमार के सामने चुनौती बड़ी थी और लक्ष्य भी बड़ा था. वह लड़े और अपने आखिरकार सफलता का स्वाद चख कर ही माने. शुभम ने कम संसाधनों में ही अपने इस कठिन लक्ष्य को हासिल किया.
UPSC Topper 2022: यूपीएससी 2022 के रिजल्ट 23 मई 2023 को जारी किए जा चुके हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश के यूपीएससी एस्पिरेंट्स का भी शानदार प्रदर्शन रहा. इस परीक्षा में एक औसत छात्र कहलाने वाले शुभम कुमार ने सफलता की एक नई कहानी ही लिख दी. देश की इस सबसे कठिन परीक्षा में कामयाबी पाने वाले यूपीएससी एस्पिरेंट्स शुभम ने 41वीं रैंक हासिल की है. आज हम यूपी इस मेधावी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. पढ़ें उनकी सपलता की कहानी...
10वीं में सेकंड डिवीजन, लेकिन अब बने आइएएस
मेरठ निवासी शुभम कुमार पढ़ने में बहुत ज्यादा होशियार छात्र नहीं थे. हाईस्कूल में 10वीं में उनके 58 फीसदी अंक आए थे. 12वीं में भी 67 फीसदी नंबर ही थे. इस तरह शुभम पर एक औसत छात्र का स्टांप लग चुका था. अपनी स्कूलिंग के दौरान कम नंबर आने के बावजूद भी कभी शुभम ने हिम्मत नहीं हारी और अब यूपीएससी क्रैक कर 41वीं रैंक हासिल की है.
संस्कृत संस्थान में ली मुफ्त कोचिंग
शुभम के पिता किसान और मां गृहिणी हैं, जिन्होंने शुभम को पढ़ाई का पूरा मौका दिया. शुभम के पास कोचिंग के लिए ज्यादा संसाधन नहीं थे, लिहाजा इंटरनेट से ही स्टडी मटेरियल जुटाया. शुभम ने बताया कि उन्हें संस्कृत संस्थान में चलने वाली मुफ्त कोचिंग योजना के बारे में पता चला तो वह मेरठ से तैयारी करने लखनऊ आ गए. यहां की टेस्ट सीरीज से काफी फायदा मिला.
कम नंबर होने पर हताश न हों- शुभम
एक्ससाइज ऐंड कस्टम विभाग में काम करने वाले शुभम का कहना है, "प्रतिशत मायने नहीं रखते हैं. प्रतियोगी परीक्षा के समय आपने कितनी अच्छी तैयारी की है, यह मायने रखता है. स्कूलिंग के दौरान कम नंबर आने पर हताश होने की जरूरत नहीं है. लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए. पढ़ाई के साथ खेलना भी बहुत जरूरी है. बस जरूरी है कि पढ़ाई और खेलकूद का तालमेल सही टाइम मैनेजमेंट के साथ हो."