UPSC Preparation: भारत में आईएएस अधिकारी बनने के लिए कैंडिडेट्स को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करनी होगी. एक आईएएस अधिकारी की भूमिका संघीय और राज्य सरकारों को उनके द्वारा बनाई गई नीतियों को लागू करने और निगरानी करने में सहायता करना है, साथ ही सभी सरकारी फैसेले लेने की प्रक्रियाओं पर विचारशील सलाह प्रदान करना है. दूसरे शब्दों में, एक आईएएस अधिकारी नीतियों के प्रशासन, उनके कार्यान्वयन और उनकी स्थिति और प्रभाव के संबंध में संबंधित मंत्रालयों को जरूरी जानकारी प्रदान करने में सहायता करता है.


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What to choose?
जो कैंडिडेट्स आईएएस अधिकारी बनाना चाहते हैं, वे ग्रेजुएशन के अपने फाइनल ईयर में किसी भी स्ट्रीम का चयन कर सकते हैं, बशर्ते उन्होंने सीबीएसई या किसी अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा सफलतापूर्वक पूरी कर ली हो और राजनीति विज्ञान, भूगोल , अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन और दर्शनशास्त्र, अन्य जैसे विषयों की पढ़ाई की हो.


कोई भी व्यक्ति अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद यूपीएससी परीक्षा दे सकता है. एक यूपीएससी कैंडिडिटे को रेटिंग के मामले में टॉप कॉलेज का चयन करना चाहिए. यूजी या पीजी लेवल पर उनकी पढ़ाई टॉप कॉलेजों में होनी चाहिए क्योंकि उनका लॉन्गटर्म प्रभाव प्रशासनिक सेवाओं पर पड़ेगा.


Eligibility Criteria


  • उम्मीदवारों को अपनी 12वीं क्लास की पढ़ाई पूरी करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होगी. उम्मीदवारों के पास चुनने के लिए डिग्री ऑप्शन की एक बड़ी सीरीज है.

  • ऐसे सब्जेक्ट में बीए की डिग्री लें जो आईएएस सिलेबस के साथ हो या कोई अन्य डिग्री जिसका कोर्स मुख्य रूप से आईएएस सिलेबस में हो, यह तैयारी के लिए फायदेमंद होगी.

  • आईएएस एडमिशन टेस्ट उन कैंडिडेट्स के लिए भी है जिन्होंने डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो.