[caption id="attachment_10517" align="alignnone" width="300" caption="प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह"][/caption]
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली: 2जी घोटाले में केंद्रीय गृह मंत्री चिदंबरम का नाम आने के बाद सियासी भूचाल आ गया है.
चिदंबरम फिलहाल तो सिक्किम के दौरे पर है जहां भूकंप पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं. लेकिन इस बीच खबर यह आई है कि चिदंबरम ने देर रात लगभग 20 मिनट तक बातचीत की है. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी है. प्रधानमंत्री ने चिदंबरम से कहा है कि वह कोई भी फैसला लेने से पहले उनके अमेरिका से लौटने तक का इंतजार करें. चिदंबरम ने यह बातचीत 2जी घोटाले में अपना नाम आने की बात कही है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि जल्दबाजी में कोई भी फैसला ना लें. मामला कोर्ट में है इसलिए मेरे आने तक धैर्य बनाए रखें.
हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने 2जी घोटाले में चिदंबरम को फंसाए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उनपर किसी भी प्रकार का काई शक नहीं है और उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
मनमोहन सिंह फिलहाल अमेरिका के दौरे पर है जहां वह शनिवार को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.
दरअसल 25 मार्च 2011 को पीएमओ को भेजे गए वित्त मंत्रालय के एक अफसर के नोट के सामने आने से पी चिदंबरम आरोपों के घेरे में आ गए हैं. 14 पन्नों के इस नोट में जेल में बंद पूर्व टेलिकाम मंत्री ए राजा के फैसलों के बारे में बताया गया है और कहा गया है कि चिदंबरम इन फैसलों को रोक सकते थे.
नोट में लिखा है कि 2-जी के बारे में फैसले राजा के अपने नहीं हैं चिदंबरम और राजा ने मिलकर लिए थे और वित्त मंत्री की हैसियत से अगर चिदंबरम जोर देते तो नीलामी हो सकती थी. इस नोट को सुब्रह्ण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में फाइल किया है.