ओटावा : कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि रूस यूक्रेन में अपनी कार्रवाई नहीं रोकता है तो आठ औद्योगिक देशों के समूह जी-8 से उसकी सदस्यता खत्म की जा सकती है। माना जाता है कि यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र में रूस की सैन्य कार्रवाई को लेकर ही कनाडा और जी..8 के सदस्य देश उस पर प्रतिबंध लगाने के तहत ही संयुक्त रूप से यह कदम उठाने का विचार कर रहे हैं। रूस की कार्रवाई को ये देश यूक्रेन की संप्रभुता के उल्लंघन के तौर पर देख रहे हैं और इसके विरोध में ही, रविवार को समूह ने सोची में जून में आयोजित होने वाले जी..8 सम्मेलन की तैयारियों से खुद को अलग कर लिया था। हार्पर ने कल कहा, ‘रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कार्रवाई ने उनके देश को राजनयिक और आर्थिक अलगाव की स्थिति में पर ला खड़ा किया है और रूस को जी..8 देशों से अलग भी किया जा सकता है।’ इससे पूर्व हार्पर ने यूक्रेन के प्रधानमंत्री अर्सेनी यात्सेनयुक से फोन पर बात की और आने वाले चुनाव सहित बदलाव के इस महत्वपूर्ण काल में कनाडा के सहयोग और सहायता का इरादा जताया। कनाडा की संसद ने इस बीच सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर रूस की ‘यूक्रेन में उकसाने वाली सैन्य कार्रवाई की कठोर निंदा’ की और रूस से अपनी सेना वापस बुलाने का आग्रह किया। कनाडा पहला ऐसा पश्चिमी देश है जिसने वर्ष 1991 में यूक्रेन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर स्वीकृति दी थी। कनाडा में बड़ी संख्या में यूक्रेन के नागरिक रहते हैं। (एजेंसी)