पणजी : ब्रिटिश सरकार ने आज यहां अपने पहले मोबाइल बायोमेट्रिक क्लिनिक (एमबीसी) की शुरुआत की। इस नई सेवा के जरिए इंग्लैंड के वीजा के लिए गोवावासियों का मुंबई जैसी जगहों के चक्कर लगाने में लगने वाले समय की बचत होगी। इस सेवा की शुरुआत के लिए आज आयोजित कार्यक्रम में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर मौजूद थे। नई एमबीसी सेवा एच्छिक है और इसके लिए आवेदनकर्ताओं को अलग से शुल्क चुकाना पड़ेगा। इस नई सेवा के तहत गोवावासी अपने मोबाइल के जरिए ही बायोमेट्रिक डाटा और ब्रिटिश के वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सभी वीजा आवेदनकर्ताओं को पहले अपने आवेदन जमा करने के लिए मुंबई जाना पड़ता था। इस नई एमबीसी सेवा के जरिए अब लोग घर बैठे ही आवेदन कर सकेंगे। गोवा एमबीसी सेवा, ग्राहक सेवा में सुधार के प्रति यूके बार्डर एजेंसी के सक्रीय दृष्टिकोण का ही एक हिस्सा है।’ कार्यक्रम में जुटे लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पार्रिकर ने कहा कि मोबाइल बायोमेट्रिक क्लिनिक यूके बार्डर एजेंसी द्वारा उठाया स्वागत योग्य कदम है। इस सेवा के जरिए गोवावासियों को ब्रिटेन के वीजा के लिए स्थानिय स्तर पर आवेदन करने की सुविधा मिलेगी। (एजेंसी)