लंदन : न्यूज इंटरनेशनल के पूर्व अध्यक्ष जेम्स मर्डोक ने लेविसन जांच समिति के समक्ष अपनी गवाही में विशेष रूप से बीस्काईबी अधिग्रहण के असफल प्रयास मुद्दे पर सत्ता से जुड़े व्यक्तियों के साथ नजदीकी संबंध होने का खुलासा किया जिसके बाद ब्रिटेन के सांस्कृतिक मंत्री जेरेमी हंट सहित सरकार से जुडे कई लोगों में बेचैनी है।
 
मर्डोक की ओर से अधिग्रहण मुद्दे पर किये गए खुलासे को ‘आश्चर्यजनक’ और ‘विस्फोट’ करार दिया गया है और इसे लेकर जेरेमी हंट को अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ सकता है।
 
मर्डोक ने अपने खुलासों में अपने अधिकारियों और मंत्रियों के बीच कई ईमेल के अदान प्रदान का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि कैमरन की कंजर्वेटिव पार्टी के मई 2010 के चुनाव में सत्ता में आने से पहले उनकी उनके साथ कुल 12 मुलाकातें हुई थीं। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी की ओर से बीस्काईबी के पूर्ण नियंत्रण को लेकर किये गए प्रयास के दौरान उनके सहित न्यूज कोर्प अधिकारियों और मंत्रियों के बीच कई मुलाकातें हुईं। बीस्काईबी में मडरेक की कंपनी के पास 39 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
 
इससे पहले मडरेक ने अपनी गवाही के दौरान अपना वह पुराना रुख दोहराया था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि खबरें संकलित करने के लिए न्यूज आफ द वर्ल्ड में इतने बड़े पैमाने पर फोन हैकिंग हो रही है। यदि उन्हें इसकी जानकारी होती तो उन्होंने इसे रोका होता। गत गर्मियों के दौरान फोन हैकिंग स्कैंडल सामने आने के बाद बीस्बाईबी के अधिग्रहण का प्रयास वापस ले लिया गया था लेकिन मडरेक की ओर से मुहैया करायी गई विस्तृत जानकारी से यह प्रतिबिंबित होता है कि राजनीति में उनका, उनके परिवार और उनकी कंपनी का कितना प्रभाव है। मडरेक की गवाही पर पूरे राजनीतिक जगत की नजरें लगी हुई थीं।
 
विपक्षी लेबर पार्टी ने जेरेमी हंट पर सबसे पहले निशाना साधा। मडरेक ने साथ ही यह भी खुलासा किया कि उन्होंने बीस्काईबी के अधिग्रहण के बारे में कैमरन और चांसलर जार्ज ओस्बोर्न के साथ चर्चा की थी। उन्होंने इसके साथ ही सरकार के सदस्यों और अपने अधिकारियों के बीच हुए ईमेल अदान प्रदान का भी ब्यौरा पेश किया। (एजेंसी)