स्टीव ने सर्जरी से किया था इनकार
एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जॉब्स की जीवनी लिख रहे वाल्टर आइजैकसन ने बताया है कि पहले जॉब्स ने अग्नाशय कैंसर की सर्जरी कराने से मना कर दिया था जिसके कारण अंत में उनकी मृत्यु हो गयी।
वाशिंगटन: एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जॉब्स की जीवनी लिख रहे वाल्टर आइजैकसन ने बताया है कि पहले जॉब्स ने अग्नाशय कैंसर की सर्जरी कराने से मना कर दिया था जिसके कारण अंत में उनकी मृत्यु हो गयी।
टेलीविजन चैनल सीबीएस के शो ‘60 मिनट्स’ के दौरान वाल्टर ने कहा कि जॉब्स को भी इस बात का मलाल था कि उन्होंने इस फैसले के लिये देर में हामी भरी।
आइजैकसन की पुस्तक स्टीव जॉब्स सोमवार से बाजार में उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया था कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनका कैंसर धीरे धीरे बढ़ने वाले अग्न्याशय के ऐसे पांच प्रतिशत कैंसर की किस्म है जिसे वास्तव में ठीक किया जा सकता है।
स्टीव उस समय ऑपरेशन नहीं कराना चाहते थे। वह अपने खानपान और अध्यात्म के माध्यम से इसका उपचार चाहते थे। इसके बाद सबने उन्हें सर्जरी कराने की सलाह दी तो नौ महीने बाद ही उन्होंने सर्जरी करवाई। उन्होंने कहा, तब तक काफी देरी हो गई थी क्योंकि जब उनका आपरेशन हुआ तो यह कैंसर उनके अग्नाशय की कोशिकाओं के आसपास तक फैल चुका था। (एजेंसी)
टेलीविजन चैनल सीबीएस के शो ‘60 मिनट्स’ के दौरान वाल्टर ने कहा कि जॉब्स को भी इस बात का मलाल था कि उन्होंने इस फैसले के लिये देर में हामी भरी।
आइजैकसन की पुस्तक स्टीव जॉब्स सोमवार से बाजार में उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया था कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनका कैंसर धीरे धीरे बढ़ने वाले अग्न्याशय के ऐसे पांच प्रतिशत कैंसर की किस्म है जिसे वास्तव में ठीक किया जा सकता है।
स्टीव उस समय ऑपरेशन नहीं कराना चाहते थे। वह अपने खानपान और अध्यात्म के माध्यम से इसका उपचार चाहते थे। इसके बाद सबने उन्हें सर्जरी कराने की सलाह दी तो नौ महीने बाद ही उन्होंने सर्जरी करवाई। उन्होंने कहा, तब तक काफी देरी हो गई थी क्योंकि जब उनका आपरेशन हुआ तो यह कैंसर उनके अग्नाशय की कोशिकाओं के आसपास तक फैल चुका था। (एजेंसी)