घर खरीदना अब और महंगा
रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद घर और कार लेना महंगा हो जाएगा.
[caption id="attachment_8477" align="alignnone" width="450" caption="महंगा हुआ घर खरीदना"][/caption]
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कर्ज़ महंगा कर दिया है. शुक्रवार को एक फैसले में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 (चौथाई फीसदी) फीसदी बढ़ोतरी कर दी. इस बढ़ोतरी का असर सभी तरह के लोन पर पड़ेगा.
रेपो और रिवर्स रेट में इजाफा कर दिया गया है. रेपो रेट 8 से बढ़कर 8.25 फीसदी हो गया है. रिजर्व बैंक के इस फैसले से कार लोन और होम लोन.
इससे मकान के लिए दी जानेवाली ईएमआई की किस्तों मे भी इजाफा होगा. घर और कार लेने वालों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा. 18 महीनों में आठवीं में बारहवी बार कर्ज़ दरों में बढ़ोतरी की गई है.
अगस्त में महंगाई दर बढ़ कर 9.78 पीसदी के साथ 12 महीने के उच्चतम स्तर पर जा पहुंची है. खाद्य महंगाई दर भी 3 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में लगातार छठे हफ्ते में नौ फीसदी के ऊपर रहते हुए 9.47 फीसदी पर रही. ये उछाल ऐसे वक्त में आ रहे हैं जब औद्योगिक गतिविधि सुस्त हो रही है और इसका संकेत आईआईपी के आंकड़ों से मिल रहा है. जुलाई में आईआईपी 3.3 फीसदी बढ़ी जबकि इससे एक महीने पहले यह आंकड़ा 8.8 फीसदी था.
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कर्ज़ महंगा कर दिया है. शुक्रवार को एक फैसले में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 (चौथाई फीसदी) फीसदी बढ़ोतरी कर दी. इस बढ़ोतरी का असर सभी तरह के लोन पर पड़ेगा.
रेपो और रिवर्स रेट में इजाफा कर दिया गया है. रेपो रेट 8 से बढ़कर 8.25 फीसदी हो गया है. रिजर्व बैंक के इस फैसले से कार लोन और होम लोन.
इससे मकान के लिए दी जानेवाली ईएमआई की किस्तों मे भी इजाफा होगा. घर और कार लेने वालों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा. 18 महीनों में आठवीं में बारहवी बार कर्ज़ दरों में बढ़ोतरी की गई है.
अगस्त में महंगाई दर बढ़ कर 9.78 पीसदी के साथ 12 महीने के उच्चतम स्तर पर जा पहुंची है. खाद्य महंगाई दर भी 3 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में लगातार छठे हफ्ते में नौ फीसदी के ऊपर रहते हुए 9.47 फीसदी पर रही. ये उछाल ऐसे वक्त में आ रहे हैं जब औद्योगिक गतिविधि सुस्त हो रही है और इसका संकेत आईआईपी के आंकड़ों से मिल रहा है. जुलाई में आईआईपी 3.3 फीसदी बढ़ी जबकि इससे एक महीने पहले यह आंकड़ा 8.8 फीसदी था.