नई दिल्ली : भारतीय अर्थव्यवस्था दीर्घकाल में अमेरिकी अर्थव्यवस्था से बड़ी होगी जबकि 2016 में चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है। विकसित और विकासशील देशों के समूह आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने यह बात कही है। ओईसीडी ने कहा कि अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश का रूतबा 2016 तक गंवा सकता है और उसका स्थान चीन ले सकता है। दीर्घकाल में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) भी अमेरिका से अधिक होने का अनुमान है। संगठन का कहना है कि दोनों प्रमुख एशियाई देशों के जीडीपी का आकार जी-7 के देशों की संयुक्त अर्थव्यवस्था के आकार को पार कर जाएगा। फिलहाल भारतीय अर्थव्यवस्था 1000 अरब डालर से अधिक की है। ओईसीडी ने विश्व अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 3 प्रतिशत सालाना रहने का अनुमान जताया है। (एजेंसी)