नई दिल्ली : कांग्रेस नेताओं ने वंचित तबकों के 20 प्रतिनिधि संगठनों के सदस्यों से मुलाकात की। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उस निर्देश के मुताबिक यह मुलाकात हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी अपने चुनाव घोषणा-पत्र में समाज के कमजोर तबकों के सुझाव शामिल करेगी। पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने भीख मांगकर गुजर-बसर करने वालों, घरेलू एवं प्रवासी संगठनों तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए काम करने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। वासनिक ने कहा, ‘राहुल गांधी के निर्देश के मुताबिक, इन वर्गों के विचार लिए गए हैं ताकि उन्हें चुनाव घोषणा-पत्र में शामिल किया जा सके।’ बेघरों, नि:शक्तों, विस्थापितों, शरणार्थियों एवं एचआईवी-एड्स मरीजों के लिए काम करने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया। सूत्रों ने कहा कि वंचित तबकों की सबसे बड़ी मांग यह थी कि उन्हें एक पहचान चाहिए। उन्होंने कहा, ‘वे सरकारी लाभ, सामाजिक सेवाओं एवं कार्यक्रमों का फायदा इसलिए नहीं ले पाते क्योंकि उनके पास पहचान नहीं है। सबकी मांग उनके लिए एक समान राष्ट्रीय पहचान की थी।’ ‘बढ़ते कदम संगठन’ के दो बच्चों ने सुझाव दिया कि सड़कों पर रहने वाले बच्चों को पहचान-पत्र दिया जाए ताकि वे शैक्षणिक अवसरों का लाभ उठा सकें। सूत्रों ने बताया कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कांग्रेस अलग-अलग घोषणा-पत्र भी बनाएगी। (एजेंसी)