मेलबर्न:  एक अध्ययन में पता चला है कि ठंडे वातावरण में रहने से स्वस्थ रहा जा सकता है। अध्ययन के अनुसार, शांत वातावरण ब्राउन फैट को बढ़ने से रोकता है, जो गर्मी पैदा करने के लिए ऊर्जा खर्च करता है और इस तरह मधुमेह और मोटापे के खतरे को कम करता है। अध्ययन में पता चला है कि परिवेश का तापमान मनुष्यों में ब्राउन फैट के बढ़ने या घटने पर प्रभाव डालता है। ठंडे वातावरण में ब्राउन फैट बढ़ने की संभावना कम होती है, जबकि गर्म वातावरण नुकसानदेह होता है।


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ऑस्ट्रेलिया के गारवन इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल रिसर्च में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट पॉल ली ने कहा, इस अध्ययन से पहले तक हमें यह नहीं पता था कि क्या ब्राउन फैट को मानव शरीर में बढ़ाया या घटाया जा सकता है? ली ने कहा कि हमें पता चला कि इंसुलीन की संवेदनशीलता और ब्राउन फैट भविष्य में ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म के उपचार में नए आयाम खोल सकता है। यह शोध जर्नल डायबिटीज में प्रकशित हुई है।