नई दिल्ली  : कांग्रेस ने आज भाजपा के अपने संस्थापक नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को संसदीय बोर्ड में जगह नहीं दिये जाने के फैसले पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि इन नेताओं को ‘वृद्धाश्रम’ (ओल्ड एज होम) में डाल दिया गया है और उनका मार्गदर्शक मंडल सिर्फ ‘मूकदर्शक मंडल’ रहेगा।


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कांग्रेस ने कहा कि यह घटनाक्रम एक हाथ में सत्ता के केन्द्रीकरण की प्रक्रिया की निशानी है । पार्टी का इशारा परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ था । कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भाजपा द्वारा आज गठित किये गये मार्गदर्शक मंडल पर भी कटाक्ष किया जिसमें अस्वस्थ चल रहे अटल बिहारी वाजपेयी के अलावा आडवाणी और जोशी को सदस्य बनाया गया है ।


अल्वी ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह मूकदर्शक मंडल है । यह वृद्धाश्रम जैसा है जहां आडवाणी और जोशी मूक अभिनेता की तरह चुपचाप भाजपा के कामकाज को देखेंगे। हम सभी अवगत हैं कि उन्हें किनारे लगाया जा रहा है ।’ कांग्रेस के एक अन्य नेता एंव पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि यह घटनाक्रम एक हाथ में सत्ता के केन्द्रीकरण की प्रक्रिया की निशानी है ।