भुवनेश्वर : अंडमान सागर और उसके आसपास गहरे दबाव की वजह से बुधवार को एक चक्रवात तूफान तेज हो गया और इसके 12 अक्तूबर को आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तट पर पहुंचने की आशंका है।


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ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने संबंधित विभागों के साथ हालात का जायजा लिया और कहा कि पिछले साल फैलिन चक्रवात से निपटने के लिए जैसी तैयारियां की गयी थीं, उसी तरह की तैयारियां इस बार की की गयी हैं।


भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा यहां जारी गयी नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, चक्रवात तूफान ‘हुड़हुड़’ गोपालपुर से करीब दक्षिणपूर्व दिशा में करीब 1150 किलोमीटर की दूरी पर 12.30 अक्षांश उत्तर और 92.90 देशांतर पूर्व उत्तर अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में सुबह साढ़े आठ बजे केंद्रित था। आईएमडी ने कहा कि तूफान अब लांग आईलैंड के पास अंडमान निकोबार द्वीप से गुजर रहा है। यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा और अगले 24 घंटे में एक गंभीर चक्रवात और इसके बाद बहुत गंभीर चक्रवात का रूप ले सकता है।


आईएमडी ने कहा कि प्रणाली 12 अक्तूबर को दोपहर तक विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और उससे लगे ओड़िशा तट से गुजरेगी। मौसम विभाग ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप अगले 24 घंटे में ओड़िशा में एक या दो जगहों पर बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने ओड़िशा के पारादीप और गोपालपुर बंदरगाहों पर तूफान की चेतावनी देने के लिए पूर्व के दूरस्थ चेतावनी संकेत संख्या एक (डीडब्लयू-1) की जगह दूरस्थ सावधानी संकेत संख्या दो (डीसी-2) जारी करने की सलाह दी है। विभाग ने साथ ही गहरे समुद्र जल में मछली पकड़ रहे मछुआरों से तत्काल तट पर लौटने को कहा है।