रियो डि जनेरियो  : मारियो गोएट्जे के अतिरिक्त समय में किये गये गोल से जर्मनी कल रात यहां फाइनल में अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर दक्षिण अमेरिका में विश्व कप फुटबाल का खिताब जीतने वाली पहली यूरोपीय टीम बन गयी। मैच के निर्धारित समय तक गोलरहित छूटने के बाद मरकाना स्टेडियम में 113वें मिनट में वह क्षण आया जब गोएट्जे ने गोल दागकर अर्जेंटीना के लाखों प्रशंसकों का दिल तोड़कर जर्मनी को खुशी से सरोबार कर दिया। इससे लियोनेल मेस्सी का डियगो माराडोना की बराबरी करने का सपना भी टूट गया। विश्व कप में सर्वाधिक 16 गोल करने वाले मिरोस्लोव क्लोस की जगह मैदान पर उतरे गोएट्जे ने एक अन्य स्थानापन्न खिलाड़ी आंद्रे शुर्ले के बायें छोर से दिये गये क्रास को अपनी छाती पर रोका और शानदार वॉली से उसे गोल तक पहुंचा दिया जिससे जर्मनी 24 साल के बाद फिर से विश्व चैंपियन बनने में सफल रहा।


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जर्मनी का यह कुल चौथा और एकीकरण के बाद यह पहला खिताब है। इससे पहले पश्चिम जर्मनी ने 1954, 1974 और 1990 में खिताब जीता था। जर्मनी अब ब्राजील के रिकार्ड पांच खिताब से केवल एक खिताब पीछे है। जर्मन कप्तान फिलिप लैम ने कहा, ‘हमने जो हासिल किया वह अविश्वसनीय है। हमारे पास सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत खिलाड़ी है या नहीं यह मायने नहीं रखता आपको केवल सर्वश्रेष्ठ टीम चाहिए।’ मरकाना स्टेडियम में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल सहित 74,738 दर्शकों को जब लग रहा था कि मैच पेनल्टी शूटआउट तक चला जाएगा तब 22 वर्षीय गोएट्जे ने गोल दागकर जर्मनी सहित ब्राजील के प्रशंसकों को भी खुश कर दिया जो अपने पड़ोसी देश अर्जेंटीना की हार देखना चाहते थे।