इलाहाबाद : स्थानीय अदालत के एक न्यायाधीश को एक व्यक्ति ने पत्र भेजकर खुद को आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा का शीर्ष सदस्य बताते हुए धमकी दी है कि अगर वह जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के खिलाफ एक मामला खारिज नहीं करते हैं तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।


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इलाहाबाद की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया, ‘हमें न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्ञानेंद्र त्रिपाठी से एक पत्र को लेकर शिकायत मिली है जिसमें भेजने वाले ने खुद को लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर इकाई का प्रमुख बताया है और न्यायाधीश से जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला खारिज करने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर बम से हमले की धमकी दी है।’


उन्होंने कहा, ‘हमने अपने स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) को मामला देखने को कहा है। हालांकि प्रथमदृष्टया यह एक फर्जी पत्र लगता है। पत्र को स्पीड पोस्ट के जरिए भेजा गया है और कॉलम में भेजनेवाले के बारे में दी गयी सारी सूचनाएं फर्जी निकली है।’ संविधान के अनुच्छेद 370 पर अब्दुल्ला द्वारा केंद्रीय मंत्रियों की आलोचना के बाद एक स्थानीय वकील ने इस साल मई में त्रिपाठी की अदालत में एक शिकायत दर्ज करायी थी कि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के उस बयान पर मुकदमा चलाना चाहिए कि या तो अनुच्छेद 370 रहेगा या जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होगा।