Floating Rate Savings Bond: सबको नहीं पता RBI की यह सेविंग स्कीम... इनवेस्ट पर मिलता है छप्परफाड़ रिटर्न
Bank FD Rates: एफआरएसबी के टैक्सेबल होने के कारण आपको निवेश से पहले अपनी टैक्स देनदारियों को समझना होगा. उच्च ब्याज दर और सुरक्षित निवेश की तलाश करने वालों के लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है.
Reserve Bank of India: सुरक्षित निवेश और उस पर बेहतर रिटर्न सभी का सपना होता है. सरकार की तरफ से भी सेविंग के लिए कई योजनाएं चलायी संचालित की जाती हैं. बैंकों में की गई एफडी पर भी अच्छा ब्याज मिलता है. इसके अलावा आरबीआई की तरफ से फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड स्कीम चलाई जाती है. जी हां, केंद्रीय बैंक की फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड (FRSB) 2020 (टैक्सेबल) की ब्याज दर पहली बार 8 प्रतिशत के पार पहुंच गई है. अब इस पर बढ़कर 8.05 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है.
इस स्कीम पर मिलने वाला रिटर्न पब्लिक सेक्टर और निजी बैंकों की तरफ से एफडी पर दिये जाने वाली ब्याज दर से ज्यादा है. आइए जानते हैं यह किस तरह काम करता है और आपको इन फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
राष्ट्रीय बचत योजना से ब्याज दर 0.35% ज्यादा
आरबीआई फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड (FRSB) पर मौजूदा ब्याज दर 8.05% है. जबकि राष्ट्रीय बचत योजना (NSC) पर 7.7% का ब्याज मिल रहा है. इस तरह FRSB पर एनएससी से 0.35% ज्यादा ब्याज मिल रहा है. NSC की जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए ब्याज दर 7.7% है. FRSB की ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है. NSC पर मिलने वाली ब्याज दर में इजाफा होने पर FRSB का ब्याज भी बढ़ता है. आरबीआई से मान्यता प्राप्त यह एक सुरक्षित निवेश है.
एफआरएसबी (FRSB) पर मिलनी वाली ब्याज दर एफडी से ज्यादा है. इसका फायदा यह भी है कि मैच्योरिटी टाइम 10 साल से अधिक है. इससे आपको लंबी अवधि में निवेश का मौका मिलता है. हालांकि, इसमें समय-समय पर ब्याज दर बदलने का जोखिम रहता है. एफआरएसबी के टैक्सेबल होने के कारण आपको निवेश से पहले अपनी टैक्स देनदारियों को समझना होगा. उच्च ब्याज दर और सुरक्षित निवेश की तलाश करने वालों के लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है.
इन बॉन्ड्स की ब्याज दर की समीक्षा हर छह महीने पर होती है. 1 जनवरी 2024 को इसकी ब्याज दर की समीक्षा की जाएगी. उदाहरण के लिए यदि एनएससी पर ब्याज दर अगले छह महीने में 8% हो जाती है, तो आरबीआई फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड पर ब्याज दर भी 8.35% हो जाएगी. यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि ब्याज दर में बदलाव हर छह महीने पर होता है.