Christmas 2022: जलते अंगारों पर चलना. लंबे समय तक खाना और पानी त्याग देना. ऐसी ही कई प्रथा और परंपरा आज भी चली आ रही हैं जिनके बारे में सोचकर भी रूह कांप जाती है. ऐसी ही एक विचित्र परंपरा स्विट्जरलैंड में कई सालों से चली आ रही है. लोग ठंड की परवाह किए बिना जमा देने वाले तापमान में झील में कूद जाते हैं. आइये आपको बताते हैं इस परंपरा के बारे में सबकुछ.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस परंपरा को पूरा करने के लिए हजारों लोग जेनेवा झील के किनारे जाते हैं और फिर जमा देने वाले तापमान के बीच पानी में छलांग लगा देते हैं. क्रिसमस के आसपास यह विचित्र और असामान्य परंपरा स्विट्जरलैंड में 8 दशक से चली आ रही है.


स्थानीय मीडिया के मुताबिक यहां की झील के पानी का तापमान लगभग 8.8 डिग्री सेल्सियस था. लेकिन इस परंपरा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने डुबकी लगाई और फिर 100 मीटर आगे तक तैरकर भी गए. इसका सिर्फ एक मात्र कारण है.. झिलमिलाता क्रिसमस कप.



इस विचित्र क्रिसमस परंपरा के दृश्य ऑनलाइन सामने आए हैं. जहां हजारों लोग सुपरहीरो और परियों की कहानी के पात्रों की तरह डॉक्स की ओर दौड़े, नावों पर चढ़े और फिर ठंडे पानी में कूद गए.


यह परंपरा नई नहीं है, बल्कि 1934 से 8 दशकों से चली आ रही है. दो दिवसीय कार्यक्रम हर साल स्विट्जरलैंड के जिनेवा में होता है. क्रिसमस 2022 कार्यक्रम में शौकिया और पेशेवर 4,000 तैराकों की भागीदारी ने कथित तौर पर क्रिसमस कप के लिए अभी तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस परंपरा के प्रति बढ़ती लोकप्रियता के साथ हाल के वर्षों में खासा उत्साह देखने को मिला है. बाहर का तापमान -2 डिग्री सेल्सियस था.


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi -अब किसी और की ज़रूरत नहीं