Anand Mahindra Praise Indian Technocrat: ग्वालियर के एक हाई स्कूल छात्र मेधांश त्रिवेदी ने अपने अद्वितीय प्रयास से एक-सीटर ड्रोन-कॉप्टर बनाया है, जो उसकी इंजीनियरिंग के प्रति गहरी समझ और समर्पण को दर्शाता है. मेधांश त्रिवेदी ने तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस ड्रोन को तैयार किया है, जो 80 किलोग्राम वजन तक के व्यक्ति को लगभग छह मिनट तक उड़ान भरने की क्षमता रखता है.


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आनंद महिंद्रा ने क्या कहा?


बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने मेधांश त्रिवेदी की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “यह केवल इनोवेशन की बात नहीं है, क्योंकि ऐसी मशीन बनाने का तरीका इंटरनेट पर उपलब्ध है. यह इंजीनियरिंग के प्रति जुनून और काम को पूरा करने की प्रतिबद्धता का सवाल है. जितने ज्यादा युवा इस तरह से समर्पण के साथ काम करेंगे, उतनी ही अधिक इनोवेशन से भरी एक राष्ट्र बनेगी."


 



 


पोस्ट पर लोगों ने की जमकर तारीफ


आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी मेधांश त्रिवेदी की तारीफ की. एक यूजर ने लिखा, "इनोवेशन अक्सर जुनून, समर्पण और विचारों को वास्तविकता में बदलने की इच्छा से उत्पन्न होता है. जब युवा इस तरह से इंजीनियरिंग को अपनाते हैं, तो वे एक क्रिएटिव और प्रगतिशील राष्ट्र की नींव रखते हैं. इस भावना को बढ़ावा देना चाहिए." एक अन्य ने लिखा, "इनोवेशन केवल ज्ञान पर नहीं, बल्कि चीजों को साकार करने के लिए जुनून और समर्पण पर आधारित होता है."


खुद बनाए ड्रोन को लेकर सराहना


मेधांश त्रिवेदी के इस ड्रोन को सोशल मीडिया पर अद्भुत कार्य कहा गया. कई लोगों ने मेधांश त्रिवेदी की तारीफ करते हुए यह बताया कि यह उदाहरण साबित करता है कि जब किसी कार्य में पूरी तरह से समर्पण किया जाता है, तो असंभव भी संभव हो सकता है.