Bride Groom News: शादी में कई ऐसे रस्म होते हैं जिनके बिना शादी अधूरी मानी जाती है. किसी भी शादी में जयमाला, सात फेरे, सिंदूर भरना, कन्यादान जैसे अहम रस्मों को जरूर निभाया जाता है. हालांकि, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पुरानी रीति-रिवाजों के खिलाफ होते हैं. एक ट्विटर यूजर ने 'कन्यादान' के बिना शादी की अपनी कहानी सोशल मीडिया पर सभी के साथ शेयर की. यूजर ने बताया कि लड़की को एक वंश से दूसरे वंश में भेजने का यह रिवाज मेरी शादी में नहीं निभाया गया. उस महिला यूजर ने लिखा, 'मेरी मां और पिताजी ने सभी रस्मों को करने से इनकार कर दिया. इस दौरान मारवाड़ियों का ग्रुप इस शादी में गवाह बने.'


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शादी के मंडप में दुल्हन ने नहीं किया कन्यादान


यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. भले ही यह कई लोगों को निगेटिव लगा और कइयों ने इसका विरोध किया, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने महिला का समर्थन किया. ट्वीट वायरल होने पर सैकड़ों लोगों ने अपनी राय रखी. एक यूजर ने लिखा, 'गुड वर्क. आपको, आपके पति और आपके परिवार को सलाम. बधाई हो! मुझे तो लग रहा है कि शादी में आए सभी मारवाड़ी गहरी चिंता में पड़ गए होंगे.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'काश यह सबके लिए आम बात होती, क्योंकि अमूमन इस तरह की प्रथाओं को इनकार करना किसी भी महिला के लिए अपमानजनक है.'


 



 


वायरल ट्वीट पर लोगों ने दिए कुछ ऐसे रिएक्शन


एक तीसरे ट्विटर यूजर ने लिखा, 'खुशी है कि आपने वह किया जो आप दोनों को सहज बनाता है! पारंपरिक, आधुनिक, हाइब्रिड, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जो मायने रखता है वह एक साथ शेयर की जाने वाली वैल्यू, विश्वास और एकजुटता जिसे आप आगे बढ़ाएंगे.' इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा, 'कन्यादान कभी भी एक लड़की को एक वंश से दूसरे वंश में ट्रांसफर करने का समारोह नहीं था. यह दुल्हन के समृद्ध होने और एक नए परिवार को अपनी कीमती जीवन ऊर्जा प्रदान करने के बारे में था ताकि वह एक रचनात्मक शक्ति के साथ अपनी सही युवा भूमिका निभा सके.' एक चौथे यूजर ने लिखा, 'यदि आप रीति-रिवाजों में विश्वास नहीं करते तो आप रजिस्टर्ड विवाह के लिए जा सकते थे?'


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