Online Fraud: ऑनलाइन ठगी के जरिए लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं. ऐसे मामलों में पैसे वापस मिलने की उम्मीद कम ही होती है, लेकिन कोलकाता के एक व्यापारी का भाग्य बड़ा ही अच्छा था. साइबर अपराधियों ने उनसे 2.3 करोड़ रुपये ठग लिए थे, लेकिन मात्र छह दिन बाद ही व्यापारी को 1.2 करोड़ रुपये वापस मिल गए. बेलूर के एक बिजनेसमैन सौरव टिबरेवाल ने साइबर धोखाधड़ी में 2.3 करोड़ रुपये खोने के बाद पिछले साल 22 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक हफ्ते से भी कम समय में, हावड़ा सिटी पुलिस द्वारा वह आधी रकम वापस पाने में सफल रही.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ट्रेडिंग ऐप में पैसे इन्वेस्ट किया लेकिन


सीनियर ऑफिसर ने कहा, "हमारे लिए अपराध को पकड़ना ज़रूरी है, लेकिन उतना ही ज़रूरी है पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलाना. इसीलिए हमारे अधिकारी कोर्ट की इजाज़त लेकर पैसे वापसी के मामलों को तेज़ी से निपटाने का अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं." बेलूर के एक व्यापारी सौरव टिबरेवाल ने साइबर ठगों के जाल में फंसकर 2.3 करोड़ रुपये गंवा दिए थे. अपनी शिकायत में, उन्होंने बताया कि ठगों ने उन्हें शेयर बाजार में बड़ा मुनाफा कमाने का लालच दिया. उन्होंने एक 'स्टॉक ट्रेडिंग ऐप' डाउनलोड करने को कहा और नियमित रूप से निवेश करने के लिए उकसाया.


पुलिस ने मदद करके लौटाए आधे पैसे


ऐप में तो दिखाया था कि उनके निवेश बढ़ रहे हैं और मुनाफा भी हो रहा है, लेकिन 14 दिसंबर को जब सौरव ने अपने डीमैट खाते से पैसा निकालने की कोशिश की, तो उन्हें शक हुआ. अब पुलिस उनकी मदद कर रही है और कुछ पैसे वापस भी मिल पाए हैं. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, ठगों ने सौरव को रकम निकालने की इजाज़त देने से पहले उससे 30% कमिशन मांगा. शक होने पर सौरव थाने गए और शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तुरंत ही उनकी शिकायत साइबर कियोस्क पर दर्ज कर ली और अकाउंट का पता लगाकर उसे ज़ब्त कर लिया. इससे पहले कि ठग पैसा निकालते, पुलिस ने 1.2 करोड़ रुपये वापस ले लिए और सौरव को लौटा दिए. बाकी की रकम भी वापस लाने की कोशिश जारी है.