कैसे इस कपल के यूनीक मैथ स्किल ने उन्हें बना डाला करोड़पति? जरूर जानना चाहिए आपको
Unique Math: अमेरिका में रहने वाला एक रिटायर्ड कपल जेरी और मर्ज सेल्बी लगभग एक दशक से लगातार लॉटरी के जैकपॉट्स जीत रहा है. उनका दावा हैं कि उन्होंने 2003 में एक लीगल लूपहोल का पता लगाया था, जिसने उन्हें इतना अमीर बना दिया.
Unique Math Skill: अमेरिका में रहने वाला एक रिटायर्ड कपल जेरी और मर्ज सेल्बी लगभग एक दशक से लगातार लॉटरी के जैकपॉट्स जीत रहा है. उनका दावा हैं कि उन्होंने 2003 में एक लीगल लूपहोल का पता लगाया था, जिसने उन्हें इतना अमीर बना दिया. ये सब कैसे हुआ? तो चलिए आपको बताते हैं, जेरी और मर्ज ने अपनी दुकान बेचने के बाद एक नया लॉटरी गेम खोजा, जिसका नाम था विनफॉल. इस गेम की एक खासियत थी, जिसे 'रोलडाउन' कहते हैं.
दूसरे लॉटरी गेम्स के विपरीत, जहां जैकपॉट जीतने तक पैसा बढ़ता रहता है, विनफॉल में अगर जैकपॉट 5 मिलियन डॉलर तक पहुंच जाता है और कोई नहीं जीतता, तो वो पैसा कम मिलान करने वाले खिलाड़ियों के बीच बांट दिया जाता है. अब समझिए, यही खासियत जेरी और मर्ज की जीत का राज बन गई.
मैथ के जरिए शख्स बन गया करोड़पति
तो उन्होंने क्या किया? इन्होंने साधारण हिसाब-किताब लगाया और विनफॉल में पैसा लगाने का एक खास तरीका निकाला. वो कम मिलान वाले टिकटों पर ज्यादा पैसे लगाते, जिससे उनकी जीत की संभावना बढ़ जाती थी और ये रोलडाउन वाली खासियत के साथ मिलकर उनकी लॉटरी जीतने की चेन बन गई. 10 साल में इनका इनाम? 200 करोड़ रुपये से भी ज्यादा. यकीन मानिए, ये कहानी वाकई हैरान कर देगी. जेरी तो गणित के उस्ताद थे. पश्चिमी मिशिगन यूनिवर्सिटी से मैथ्स की डिग्री लेने के बाद उन्होंने झटपट अपनी दिमाग की पिट्टी में इस गेम की पहेली सुलझा ली. वो ये समझ गए कि अगर वो टिकटों की एक खास संख्या खरीदें, तो उन्हें फायदा ही होगा.
कुछ इस फॉर्मूले से कमा डाले पैसे
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया, "अगर मैं 1100 डॉलर खर्च करूं, तो हिसाब लगाकर पता चलता है कि मेरा एक टिकट 4 नंबर मिला लेगा, यानी मुझे 1000 डॉलर वापस मिलेंगे. हां, मैंने थोड़ा धांधली कर ली, 57 की जगह 1100 को 6 से भाग दिया, जिससे मुझे 18 का आंकड़ा मिला. तो मुझे या तो 18 या 19 टिकट 3 नंबर मिला लेंगे, जो कि 50 डॉलर प्रत्येक के हैं. यानी कुल 18 में से 1000 डॉलर 4 नंबर के लिए मिले और 18 में से 900 डॉलर 3 नंबर के लिए मिले. मतलब 1100 डॉलर खर्च हुए और 1900 डॉलर वापस मिले. ये तो बस साधारण हिसाब-किताब की बात है."