Female Constable Video: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की कांस्टेबल पलाबी बिस्वास को 2024 का 'जीवन रक्षापदक' पुरस्कार दिया गया है/ यह पुरस्कार उन्हें अपनी अद्भुत बहादुरी के लिए मिला है. पलाबी बिस्वास ने अपनी चतुराई और साहस का परिचय उस समय दिया जब उन्होंने 65 वर्षीय एक यात्री को चलती ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच के गैप में गिरने से बचाया. यह घटना पश्चिम बंगाल के पुरुलिया स्टेशन पर हुई, जब एक बुजुर्ग व्यक्ति ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे और वह फिसल कर प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच के गैप में गिरने वाले थे.


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पलाबी की त्वरित प्रतिक्रिया ने एक बड़े हादसे को टाल दिया और बुजुर्ग यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित की. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मंगलवार को इस घटना का सीसीटीवी फुटेज शेयर किया, जिसमें कांस्टेबल पलाबी को उस व्यक्ति को बचाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में यह भी दिखाई देता है कि अन्य पुलिसकर्मी पलाबी की मदद करने के लिए आए, जैसे ही उन्हें यह पता चला कि वह बुजुर्ग व्यक्ति को बचा रही हैं. सौभाग्य से, न तो बुजुर्ग व्यक्ति को और न ही कांस्टेबल पलाबी को कोई नुकसान हुआ.


 



जीवन रक्षापदक क्या है?


'जीवन रक्षापदक' एक राष्ट्रीय सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अपनी जान को जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाई हो. पलाबी बिस्वास की इस निस्वार्थता और कर्तव्य के प्रति समर्पण ने न केवल RPF को गर्वित किया है, बल्कि यह अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणा बन गई है.


 



 



नैनी स्टेशन पर भी हुआ एक समान हादसा


उत्तर प्रदेश के नैनी स्टेशन पर भी मंगलवार को एक समान घटना घटित हुई. एक व्यक्ति चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वह प्लेटफार्म पर गिर गया और उसकी हाथ में गंभीर चोट आई. उसे तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि को देखते हुए RPF ने लोगों से अपील की है कि वे चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें. RPF का कहना है, “चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने से गंभीर चोटें लग सकती हैं या इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है. कृपया सुरक्षित तरीके से ट्रेन में चढ़ें.”