ताज महल के पास विदेशी महिला को दिखा कचरा, फिर सबके सामने करने लगी कुछ ऐसा
Taj Mahal Cleaning: एक विदेशी टूरिस्ट ने ताजमहल के परिसर में बिखरे प्लास्टिक के जूता कवर को देखा तो दंग रह गई और फिर उसे इकट्ठा करने के लिए खुद ही सफाई का जिम्मा उठाया. ताजमहल में घुसने से पहले टूरिस्ट ने कुछ तस्वीरें खींचीं.
Taj Mahal Video: एक विदेशी टूरिस्ट ने ताजमहल के परिसर में बिखरे प्लास्टिक के जूता कवर को देखा तो दंग रह गई और फिर उसे इकट्ठा करने के लिए खुद ही सफाई का जिम्मा उठाया. ताजमहल में घुसने से पहले टूरिस्ट ने कुछ तस्वीरें खींचीं और अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "ताजमहल पूरी तरह से साफ और सुथरा होना चाहिए." ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिससे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) पर राष्ट्र की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया. ताज महल में एंट्री करने से पहले विजिटर्स को जूता कवर पहनने की जरूरत होती है, जो हर टूरिस्ट को कवर देता है.
विदेशी को दिखा कचरा तो करने लगी कुछ ऐसा काम
विजिटर्स के बीच एक चलन है कि ताजमहल का दौरा करने के बाद इस्तेमाल किए गए जूता कवर को फर्श पर फेंक दिया जाता है. जैसे ही विदेशी नागरिक ने यह दृश्य देखा तो दंग रह गई. ताजमहल के मुख्य गुंबद के प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों इस्तेमाल किए गए जूता कवर बिखरे हुए थे. एक विदेशी महिला टूरिस्ट ने उस इलाके को साफ करने को सोचा. जब टूरिस्ट की अपील पर किसी का ध्यान नहीं गया, तो उसने कथित तौर पर इस्तेमाल किए गए जूता कवर को उठाना अपने ऊपर ले लिया. आगरा पर्यटन कल्याण मंडल के विष्णु शर्मा ने इस समस्या को टूरिस्ट में नागरिकता की कमी के लिए जिम्मेदार ठहराया.
अधिकारी ने साफ-सफाई पर कही ऐसी बात
उनका कहना है कि विजिटर्स को जूता कवर को बिना सोचे-समझे फेंकने के बजाय निर्धारित डिब्बों में जिम्मेदारी से रखना चाहिए, लेकिन वे ऐसा नहीं करते. वे उसे वहीं पर ही फेंककर चले जाते हैं. विष्णु शर्मा ने इस समस्या के बारे में कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी होनी चाहिए. टूरिस्ट को समझना चाहिए कि यह हमारी धरोहर है और उन्हें बचाना हमारा कर्तव्य है, लेकिन वह ऐसा नहीं सोचते. उन्हें इसे अपने घर जैसा ही समझना चाहिए और साफ-सफाई में हाथ बंटाना चाहिए.
उन्होंने एएसआई को भी जवाबदेह ठहराया. उन्होंने एएसआई कर्मचारियों की आलोचना की, जिन्हें कथित तौर पर पर्यटक की सफाई के प्रयासों पर हंसते हुए देखा गया था, उन्होंने कड़ी फटकार की मांग की.