Drone: घर में अचानक नोटों की गड्डी लेकर पहुंचा ड्रोन..हैरान रह गया दिव्यांग, सामने आई पूरी कहानी
Drone In Village: पैसे पाने वाले शख्स का गांव घने जंगल से घिरा हुआ है. गांव के सरपंच ने बताया कि आपबीती जानने के बाद उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से एक ड्रोन खरीदा और फिर उनकी पेंशन उनके पास तक पहुंची.
Government Pension By Drone: भारत में अब ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल अब गावों में भी तेजी से बढ़ रहा है. इसी कड़ी में ओडिशा से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक दिव्यांग व्यक्ति की पेंशन उन तक पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है. यह सब तब हुआ है जब वे अपनी सरकारी पेंशन लेने के लिए घने जंगल से हर महीने दो किलोमीटर की यात्रा करते थे. लेकिन इस बार की उनकी पेंशन ड्रोन के माध्यम से उनके पास पहुंच गई.
ड्रोन उनकी पेंशन लेकर आया
दरअसल, यह घटना ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की है. जानकारी के मुताबिक यहां के एक दूरस्थ गांव में रहने वाले दिव्यांग व्यक्ति हेताराम सतनामी को अपने पेंशन लेने के मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. लेकिन इस बार एक ड्रोन उनकी पेंशन लेकर आया और भलेश्वर पंचायत क्षेत्र के भुटकपाड़ा गांव में उनके घर पहुंचाकर चला गया. वे भी हैरान थे कि यह सब कैसे हुआ है. लेकिन बाद में उनको सब पता चला.
घने जंगल से घिरा हुआ गांव!
असल में राज्य की मधु बाबू पेंशन योजना के लाभार्थी सतनामी ने बताया कि सरपंच ने ड्रोन की मदद से पेंशन के पैसे भेजे हैं. यह मेरे लिए बड़ी राहत की बात है क्योंकि पंचायत कार्यालय गांव से दो किलोमीटर दूर है, जो घने जंगल से घिरा हुआ है. सरपंच सरोज अग्रवाल ने कहा कि सतनामी की आपबीती जानने के बाद उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से एक ड्रोन खरीदा और फिर उनकी पेंशन उनके पास तक पहुंची.
तकनीक के इस्तेमाल से खुश
अग्रवाल ने कहा कि हमारे पंचायत क्षेत्र में जंगल में स्थित एक गांव भुटकपाड़ा है. दिव्यांग व्यक्ति हेताराम सतनामी उस गांव में रहते हैं. वह जन्म के बाद से चल-फिर नहीं सकते हैं. मैंने देखा है कि कैसे दूसरे देशों में ड्रोन के माध्यम से चीजें भेजी जाती हैं. इसलिए मैंने ड्रोन खरीदा और उन्हें पेंशन पहुंचाई है. उधर हेताराम भी इस तरह तकनीक के इस्तेमाल से काफी खुश नजर आ रहे हैं.
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