स्वागत-जयमाल-द्वारपूजा हुई, सिंदूरदान के वक्त दूल्हे ने रखी अजीब शर्त; बिना दुल्हन के लौटे बाराती
Trending: झारखंड के गढ़वा जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां दूल्हे की अजीब शर्त के कारण शादी टल गई और बारात को बैरंग लौटना पड़ा. यह घटना केतार थाना क्षेत्र की है.
Wedding News: झारखंड के गढ़वा जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां दूल्हे की अजीब शर्त के कारण शादी टल गई और बारात को बैरंग लौटना पड़ा. यह घटना केतार थाना क्षेत्र की है. बुधवार को गढ़वा के धुरकी थाना क्षेत्र निवासी अंजनी कुमार की बारात केतार प्रखंड के एक गांव में गई थी. बारातियों का स्वागत, जयमाल और द्वारपूजा के बाद जब दुल्हन के सिंदूरदान की रस्म का वक्त आया, तो दूल्हे ने अजीबोगरीब शर्त रख दी. उसने कहा कि वह लाइट बंद कर एकांत में यह रस्म पूरी करेगा.
एकांत में सिंदूरदान की रखी शर्त
यह सुनकर वर-वधू दोनों पक्ष के लोग हैरान रह गए. उन्होंने दूल्हे को समझाने की कोशिश की कि यह रस्म सबके सामने होती है, लेकिन दूल्हा अपनी शर्त पर अड़ा रहा. अंततः पंचायत बैठी और दोनों पक्षों की सहमति से शादी टाल दी गई. इसके बाद, दूल्हा पक्ष को 5.13 लाख रुपए दुल्हन पक्ष को देना पड़ा. इसमें शादी के लिए किए गए खर्च और दुल्हन के गहनों की कीमत शामिल थी. इसके बाद दूल्हा और बाराती बैरंग लौट गए. यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. लोग दूल्हे की अजीबोगरीब शर्त की आलोचना कर रहे हैं.
इस घटना पर उठ खड़े हुए कई सवाल
यह घटना कई सवालों को जन्म देती है: दूल्हे ने यह अजीबोगरीब शर्त क्यों रखी? क्या दूल्हे को कोई मानसिक समस्या थी? क्या दूल्हे ने जानबूझकर शादी तोड़ने की कोशिश की थी? यह घटना महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठाती है. क्या महिलाओं को ऐसे पुरुषों से शादी करनी चाहिए जो अजीबोगरीब शर्ते रखते हैं? यह घटना समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर भी प्रकाश डालती है. लोगों को ऐसी घटनाओं के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए और उन्हें अपनी बेटियों की शादी करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जानी चाहिए.