गुड्स डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस (Goods Delivery Services) का ट्रेंड इन दिनों काफी बढ़ चुका है. घर बैठे किराने समेत तमाम घरेलू सामानों को पहुंचाने की सर्विस तेजी से चलन में है. हालांकि, कई बार उम्मीद से अधिक पैसे देने पड़ जाते हैं. ब्लिंकइट ऐप ने गुरुग्राम में एक प्रिंटआउट सर्विस शुरू की है, जिसे पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था. जिन्हें नियमित रूप से प्रिंटआउट की आवश्यकता होती है उन सभी छात्रों और लोगों के लिए यह एक बड़ी डील लग रही है, क्योंकि प्रिंटआउट और डिलीवरी की कीमत कई गुना ज्यादा है. वे ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंटिंग के लिए प्रति पेज 9 रुपये और रंगीन प्रिंट के लिए 19 रुपये चार्ज कर रहे हैं. इतना ही नहीं, हर प्रिंटिंग ऑर्डर में 25 रुपये का डिलीवरी फीस भी जोड़ा जाएगा.


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घर बैठे प्रिंटआउट अच्छा आइडिया लेकिन...


अगर अपने आस-पड़ोस की प्रिंटिंग से तुलना की जाए तो यह कई गुना ज्यादा है, जो आम छात्रों को हजम नहीं हो पा रहा है. यही वजह है कि ब्लिंकइट की इस सर्विस का इंटरनेट पर लोगों ने काफी मजाक उड़ाया. लोगों का कहना है कि आस-पास के इलाके में ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट सिर्फ 2 रुपये में हो जाता है, तो इतना अधिक पैसे देने की क्या जरूरत है. इंटरनेट पर भी लोगों ने कीमतों को लेकर खूब चर्चा की. कई लोगों ने सोचा कि कीमतों में बढ़ोतरी से इस तरह के ऐप्स बंद हो जाएंगे. कई लोगों ने तो यहां तक कहा कि हर इलाके के प्रिंटिंग स्टोर दोनों तरफ की प्रिंटिंग सेवाओं के लिए 2-3 रुपये चार्ज करते हैं.


 



 


लोगों ने इस सर्विस पर दी अपनी राय


इस सर्विस पर एक यूजर ने लिखा, 'ब्लिंकइट एक सर्विस के रूप में प्रिंटआउट कर रहा है. मुझे यकीन है कि इससे बेहतर लॉन्ड्री का काम होता, स्टार्टअप सचमुच कुछ भी कर रहे हैं. क्या यह टिकाऊ भी है?' एक अन्य ने लिखा, 'अगर एक तरफ प्रिंट चाहिए तो मुझे यह ₹2 प्रति पृष्ठ और दोनों तरफ ₹3 प्रति पृष्ठ पर मिल जाता है.' एक तीसरे व्यक्ति ने कहा, 'ब्लिंकइट की प्रिंटआउट सर्विस एक मजाक है. 2022 में ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंटआउट के लिए 9 रुपये, बहुत ज्यादा है.' Zomato के स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा इस पहल के बारे में इंटरनेट पर चर्चा चल रही है, इसके बारे में आपके क्या विचार हैं?


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