भारत के किसान ने दुनिया को भौचक्के में डाल दिया, जैसे ही नारियल से बनाई ये अनोखी ड्रिंक
![भारत के किसान ने दुनिया को भौचक्के में डाल दिया, जैसे ही नारियल से बनाई ये अनोखी ड्रिंक भारत के किसान ने दुनिया को भौचक्के में डाल दिया, जैसे ही नारियल से बनाई ये अनोखी ड्रिंक](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/styles/zm_500x286/public/2025/01/13/3592421-viral-photo-2025-01-13t194311.279.jpg?itok=NZJfygV-)
Kerala Farmer: केरल के किसान सेबास्टियन पी ऑगस्टिन ने 20 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत का पहला टेंडर कोकोनट वाइन पेश किया है. अपने 15 एकड़ के नारियल बागान के प्रति अपनी गहरी रुचि और प्यार से प्रेरित होकर उन्होंने यह ड्रिंक डेवलप किया.
India First Tender Coconut Wine: केरल के किसान सेबास्टियन पी ऑगस्टिन ने 20 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत का पहला टेंडर कोकोनट वाइन पेश किया है. अपने 15 एकड़ के नारियल बागान के प्रति अपनी गहरी रुचि और प्यार से प्रेरित होकर उन्होंने यह ड्रिंक डेवलप किया. यह वाइन ताजे नारियल पानी और फलों के कॉम्बिनेशन से तैयार होती है, जो इसे एक ताजगी से भरपूर, कम अल्कोहल वाली वाइन बनाती है, जिसमें नारियल का हल्का स्वाद भी आता है.
यह भी पढ़ें: बाइक की टंकी पर लड़की को बैठाया, फिर फिल्मी अंदाज में किया रोमांस; UP पुलिस ने फिर किया ऐसा
नई और हल्की वाइन का स्वाद
पारंपरिक अंगूर वाइन से अलग सेबास्टियन का टेंडर कोकोनट वाइन उष्णकटिबंधीय स्वादों का अनोखा मिश्रण है. यह वाइन 8-10% अल्कोहल कंटेंट के साथ बनती है और इसके स्वाद में नारियल का हल्का स्वाद झलकता है, जो इसे अन्य शराबों से अलग और आकर्षक बनाता है. यह वाइन उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो हल्की शराब पसंद करते हैं और उष्णकटिबंधीय स्वाद का आनंद लेना चाहते हैं.
वाइन उत्पादन की प्रक्रिया
सेबास्टियन का वाइन उत्पादन एक छोटे से वाइनरी में होता है, जो उनके बागान के बीमेनाडी, केरल में स्थित है. यहां पर वाइन बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से प्राकृतिक और शुद्ध तरीके से की जाती है, जिससे इसकी गुणवत्ता और स्वाद में कोई समझौता नहीं होता. सेबास्टियन ने इस वाइन के लिए विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय फलों और ताजे नारियल पानी का उपयोग किया है, जो इसे एक अलग पहचान देता है.
यह भी पढ़ें: बॉस-बॉस मुझे पाइल्स हुआ है- एम्प्लाई ने कहा ऐसा तो मैनेजर बोला- फोटो भेजकर प्रूफ तो दो
सेबास्टियन की सफलता और सम्मान
सेबास्टियन की मेहनत और कृषि क्षेत्र में उनके योगदान को केरल सरकार ने मान्यता देते हुए उन्हें "केरा केसरी" पुरस्कार से सम्मानित किया. यह पुरस्कार उनके कृषि क्षेत्र में किए गए नवाचारों और प्रयासों के लिए दिया गया, जो केवल केरल बल्कि पूरे भारत के लिए एक प्रेरणा है.