Shocking Incident: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक मेले में एक भयानक हादसा हुआ है. जिसमें एक किशोरी के बाल झूले के रोलर में फंस गए और उसकी पूरी खोपड़ी उखड़ गई. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि झूला रुकने के बाद तक लड़की के बाल और खोपड़ी झूले की छड़ से लटक रहे थे. तत्काल मौजूद लोगों ने झूला रोकने की कोशिश की.


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गांव में लगे मेले में हुआ भयानक हादसा


कन्नौज के तलग्राम थाना क्षेत्र के मदहोनागर गांव में लगे मेले के दौरान यह हादसा हुआ. शनिवार शाम को तलग्राम थाना क्षेत्र के मदहोनागर गांव में हुई इस दुर्घटना में 13 वर्षीय अनुराधा कठेरिया नाम की किशोरी के सिर से खून बह रहा था और वह बेहोश हो गई थी. परिवार ने उसे तुरंत पास के गुरसहायगंज के एक निजी अस्पताल ले गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए लखनऊ के पीजीआई रेफर कर दिया गया.


हर साल श्री श्री 1008 स्वामी नित्यानंद सेवा समिति के तत्वावधान में मदहोनागर में दो दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें पूजा अनुष्ठान, जुलूस और आगंतुकों के लिए स्थापित विभिन्न झूले शामिल होते हैं. ऐसा ही एक हादसा 2022 में मोहाली, पंजाब के एक मनोरंजन पार्क में हुआ था. फेज-8 के दशहरा ग्राउंड में ‘स्पिनिंग स्विंग’ राइड अचानक गिर गई, जिसमें 16 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे.


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क्या कहते हैं सेक्युरिटी एक्सपर्ट?


सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जबकि मेले की सवारी एक अद्भुत अनुभव प्रदान कर सकती है, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है. वे सवारी पूरी तरह से रुकने तक बैठे रहने और सवारी शुरू होने से पहले सीट बेल्ट, हार्नेस और लैप बार सहित सभी सुरक्षा प्रतिबंधों को सुनिश्चित करने की सलाह देते हैं, क्योंकि वे विशेष रूप से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.


किसी भी मेले की सवारी पर चढ़ने से पहले, बाल, टोपी, धूप का चश्मा, दुपट्टा, साड़ी, फोन और गहने जैसी ढीली चीजों को सुरक्षित करना महत्वपूर्ण है. सवारी की अचानक गतिविधियों से ये चीजें गिर सकती हैं या खो सकती हैं और बाल या स्टोल या साड़ी झूलों में फंस सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप कन्नौज में हुई घटना की तरह विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.