Knowledge News: खाना हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है. हम इसे शायद हमेशा महसूस नहीं करते, लेकिन हमारा पूरा दिन अक्सर भोजन के इर्द-गिर्द ही घूमता है. ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर हमारे डेली शेड्यूल का हिस्सा होते हैं. पार्टियों का मजा भी खाने के बिना अधूरा लगता है. इसके अलावा खाना बनाने, खरीदारी करने, तैयारी करने और खाने में लगने वाला समय भी एक अहम पहलू है.


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खाना पकाने और खाने में समय का निवेश


विस्कॉन्सिन स्टेट जर्नल के एक लेख के मुताबिक, हम अपने जीवन के करीब 2.5 साल खाना पकाने में और 3.6 साल खाने में खर्च करते हैं. यानी हम रोजाना लगभग 67 मिनट खाना खाते हैं. और यह सोचिए, एक व्यक्ति अपनी जिंदगी में कितना खाना खाता है. अगर हम आपको एक आंकड़ा बताएंगे तो हैरान रह जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, एक इंसान अपनी जिंदगी में करीब 35 टन (35000 किलो) खाना खा जाता है. अब सवाल यह है कि इन 35 टनों में क्या-क्या है? क्या हम जो खाते हैं, वह हमारी सेहत के लिए सही है?


स्वस्थ आहार की दिशा में पहला कदम


ज्यादातर लोग यह कहेंगे कि वे स्वस्थ खाना खाने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह आसान नहीं होता. फास्ट फूड, मीठे और सोडा की चीजें हमारे चारों ओर हमेशा मौजूद होती हैं, और इन्हें छोड़ना एक बड़ी चुनौती हो सकती है. एक और समझदार कदम है ताजे फल, सब्जियां, अंडे और अन्य खानों के लिए स्थानीय बाजारों से खरीदारी करना. 


अगली बार जब आप किसी लोकल दुकान पर खरीदारी करें तो कोशिश करें कि आप सिर्फ स्टोर के बाहरी हिस्से में ही खरीदारी करें. क्योंकि स्टोर के बाहरी हिस्से में ताजे फल, सब्ज़ियां, डेयरी उत्पाद, मांस, डेली और बेकरी सेक्शन होते हैं. वहीं अंदर के गलियारे में पैकेज्ड, कैन और बैग वाले प्रोडक्ट्स होते हैं. हम बदलाव छोटे-छोटे कदमों से कर सकते हैं.