Knowledge News: हम सभी को कभी न कभी कागज से अंगुलियों के कटने का अनुभव हुआ होगा. लेकिन ये कट हमेशा से ही कई लोगों के लिए एक बड़ा रहस्य रहे हैं. एक वैज्ञानिक भी कागज से बार-बार उंगुलियां कटने से परेशान था. इसलिए उसने इसका कारण जानने का फैसला किया. हाल ही में वह अपने रिसर्च में सफल रहा, लेकिन उसका कहना है कि अब एक छोटी सी वजह से उसके आगे के रिसर्च में दिक्कतें आएंगी. आइए एक नजर डालते हैं उसके रिसर्च पर.


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डेनमार्क की टेक्निकल यूनिवर्सिटी के भौतिक विज्ञानी और रिसर्चर कायर जेन्सेन ने इन रहस्यमय कागज के कट पर वैज्ञानिक स्टडी शुरू किया. हाल ही में मीडिया से बातचीत में वैज्ञानिक ने कहा, “मुझे बहुत सारे कागज से कट लगे, और सच कहूं तो मैं परेशान होने लगा था.” बाद में, जेन्सेन ने फिजिकल रिव्यू ई मैग्जीन में शेयर किया कि सबसे ज्यादा खतरा वाला कागज सिर्फ 65 माइक्रोमीटर मोटा था, जो अब कम इस्तेमाल होने वाले डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर पेपर जैसा ही है. मैग्जीन का कागज दूसरे नंबर पर रहा.


रिसर्च टीम ने अलग-अलग तरह के कागज के उत्पादों को इकट्ठा किया, जैसे कि टिश्यू पेपर, मैगजीन, किताब के पन्ने, प्रिंटर पेपर, फोटो और बिजनेस कार्ड. उन्होंने इन्हें स्किन जैसी चीज बॉलिस्टिक जिलेटिन पर जांच किया. त्वचा को काटने के लिए कागज की मोटाई और एंगल दो मुख्य कारण थे.


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उन्होंने कहा, "अगर बहुत पतला होता है, तो कागज त्वचा से टकरा जाएगा. अगर बहुत मोटा होता है, तो यह काटने के लिए पर्याप्त दबाव नहीं डालेगा. सीधे नीचे लगाए गए दबाव से एंगल पर काटने की तुलना में चोट लगने की संभावना कम होती है." कागज का कट तब होता है जब कागज जैसी पतली और तेज चीज आपकी त्वचा को काटती है. हालांकि कागज के कट का नाम कागज से लगने वाले कट के लिए है, लेकिन यह अन्य घर्षण वाली पतली चीजों से भी हो सकता है.


कागज के कट का इलाज:
अपने हाथ धो लें.
खून बहना रोकें
घाव को साफ करें
इसे ढक दें.