बिना कुछ किए हर महीने 4 लाख कमाता है! शख्स ने निकाली कमाल की ट्रिक..आपको जरूर जाननी चाहिए!
Earning Money: पर्यटकों के बीच लोकप्रिय एक झील पर एक शख्स मेहनत करके पैसे बना रहा है. वह बस इतना करता है कि वहां लोगों के खोए हुए फोन को निकालता है और उसे बेचकर तगड़े पैसे कमाता है. उसने यह कहानी खुद बताई है.
Property Retrieval Business: कारोबार कई तरह के होते हैं. इसी बीच हाल ही में खोई हुई संपत्ति को फिर से हासिल करने का कारोबार चीन में बहस का कारण बना है. कुछ लोग खोए हुए फोन से पैसे कमा रहे हैं. चीन में एक शख्स खोए हुए मोबाइल फोन को पहले ढूंढकर निकालता है फिर उनको तगड़े पैसे में बेच देता है. दावा है कि एक महीने में वह लगभग 30,000 युआन यानी करीब चार लाख रुपए कमाता है. उसका यह दावा चाइनीज सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
खोई हुई वस्तुओं को फिर से प्राप्त करता
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह शख्स एक गोताखोर है जो पानी से खोई हुई वस्तुओं को फिर से प्राप्त करता है और उन्हें बेच देता है. इन वस्तुओं में तमाम मोबाइल फ़ोन शामिल होते हैं. मामला पूर्वी चीन का है. यहां की एक फेमस झील के किनारे रहने वाले इस शख्स ने यह कारनामा किया है. लाखों पर्यटकों द्वारा झील के किनारे पर गिराए गए मोबाइल फोन और कैमरों जैसे कीमती सामान को वह फिरसे प्राप्त करता है और उन्हें बेच देता है.
वापस लाने को पूर्णकालिक नौकरी
झेजियांग प्रांत में हांग्जो के पास यह फेमस वेस्ट लेक चर्चा में है. हाल ही में मई दिवस की छुट्टियों के दौरान लाखों विजिटर्स को देखा गया. इसका एक कारण यह भी है कि देश के घरेलू पर्यटन उद्योग में भी उछाल आया है क्योंकि पिछले साल के अंत में महामारी प्रतिबंध हटा दिए गए थे. इतने सारे पर्यटक झील में सामान खो रहे हैं कि 40 वर्षीय हुआंग यियॉन्ग जैसे स्थानीय लोगों ने इसे धंधा बना किया. उन्होंने खोए हुए सामान को वापस लाने को पूर्णकालिक नौकरी बना लिया है.
इनमें अधिकांश सामान मोबाइल फोन हैं. स्थानीय मीडिया के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि इस शख्स ने हाल ही में पांच दिवसीय मई दिवस की छुट्टी के दौरान प्रति दिन लगभग 10000 युआन लगभग 1500 डॉलर कमाए हैं. भारतीय रुपयों में यह कीमत चार लाख के आसपास पहुंच गई है. बताया गया कि इस दौरान वेस्ट लेक में 30 लाख लोग आए हैं. लोगों ने जब इस बारे में सुना तो लोग कहने लगे कि ये भाई तो बिना कुछ किए पैसे छाप रहा है.