शख्स ने अपनी पीठ पर गुदवाए पुलवामा शहीदों के नाम, सीने पर शहीद भगत सिंह का टैटू
Pulwama Attack Martyr: शरीर पर इंक गुदवाने का ट्रेंड बेहद ही पुराना है, लेकिन आज के दौर में लोग अनोखे और क्रिएटिव टैटू करवाते हैं. हालांकि, कई ऐसे होते हैं जो अपने पैरेंट्स या अपने करीबी के नाम का टैटू करवाता है. लेकिन भीलवाड़ा में एक शख्स ने कुछ अनोखा ही करने को ठाना.
Pulwama Attack: शरीर पर इंक गुदवाने का ट्रेंड बेहद ही पुराना है, लेकिन आज के दौर में लोग अनोखे और क्रिएटिव टैटू करवाते हैं. हालांकि, कई ऐसे होते हैं जो अपने पैरेंट्स या अपने करीबी के नाम का टैटू करवाता है. लेकिन भीलवाड़ा में एक शख्स ने कुछ अनोखा ही करने को ठाना. उस शख्स ने अपनी शरीर के ऊपर उन शहीदों के नामों का टैटू करवाया, जिसको वो समर्पित करना चाहता है. भीलवाड़ा के इस शख्स का नाम नारायणलाल जाट है, जिसने पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों के नाम अपनी पीठ पर गुदवा लिए. उनके इस काम को देखने के बाद लोग तारीफ के पुल बांध रहे हैं.
पुलवामा में शहीदों के नाम का टैटू
नारायण जाट का कहना है कि उन्होंने अपनी पीठ के ऊपर पुलवामा के शहीदों का नाम इसलिए गुदवाया, क्योंकि वह उन्हें हमेशा अपनी यादों में रखना चाहते थे. उनका कहना है कि वह आने वाली पीढ़ियों को एक मैसेज देना चाहते हैं कि देश के लिए शहीद होने वाले जवान हमारे लिए कितनी अहमियत रखते हैं. उन्होंने अपने सीने पर शहीद भगत सिंह का भी टैटू बनवाया है और लोग उनकी बेहद ही तारीफ कर रहे हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एमपी के भीलवाड़ा में रहने वाले नारायण जाट ने यह भी कहा कि कई सारे युवा गैंगस्टर को अपना आइडल मान लेते हैं, जिन्हें समझना चाहिए कि जवान हमाने देश के लिए ढाल बनकर खड़े होते हैं और उनसे बड़ा कोई भी हीरो नहीं है.
कभी सेना में भर्ती होने का था सपना
नारायण ने यह भी कहा कि मैं युवाओं को मैसेज देना चाहता हूं कि वह अपना आदर्श उन्हें बनाएं देश के लिए जान भी देने को तैयार हैं और देश की रक्षा करते हैं. ऐसे लोगों को नहीं करना चाहिए जो समाज के लिए खतरा बने या भी कमजोर करे. उन्होंने अपने बारे में बात करते हुए यह भी कहा कि जब वह युवा थे तो सेना में भर्ती होने का सपना था. हालांकि, वह किसी वजह से सेना में भर्ती नहीं ले सके.