Indian Railways: आजकल ट्रेनों में क्यों हो रही इतनी भीड़? सोशल मीडिया पर यात्री लगा रहे ऐसी गुहार
Indian Railways: भारतीय रेल देश के कई लोगों की लाइफलाइन है और हो भी क्यों ना, देश के असंख्य लोग रोजाना ट्रेन से सफर करते हैं. लेकिन हाल ही में रेलवे के तमाम यात्री सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठा रहे हैं कि इन दिनों ट्रेनों में इतनी भीड़ क्यों हो रही है. इसके क्या कारण हो सकते हैं आइए जानते हैं.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक यूजर ने ट्रेन के अंदर से एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि स्लीपर डिब्बे में सीट रिजर्व है और अपनी ही सीट पर बैठने को नहीं मिल रहा है. धक्कामुक्की में हाथ की उंगली किसी नुकीली चीज पर लगी और उंगली से तेजी से खून निकल रहा है. इसके बाद इस तस्वीर पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया देना शुरू किया तो किसी ने रेल मंत्रालय को टैग कर पूछा कि इतनी भीड़ क्यों हो रही है.
दरअसल, यह बात सही है कि इन दिनों ट्रेन में काफी भीड़ हो रही है और इसके कई कारण हो सकते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी सफर के दौरान सोशल मीडिया पर रेलवे सेवा को टैग करके मांगी जा रही मदद का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि कई यात्रियों के कहना है कि इसके बावजूद भी भीड़ की वजह से परेशानी होती है.
असल में इन दिनों ट्रेनों में भीड़ के कई कारण हो सकते हैं. कोविड के बाद पिछले कुछ महीनों से ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों में इजाफा दिख रहा है क्योंकि कोविड के दौरान ट्रेनें ठप हुई थीं तो उसके बाद यात्रियों की संख्या में कमी आई थी. और अब फिरसे यात्री नियमित यात्रा करने लगे हैं जैसा कि कोविड के दौरान कम हो गया था.
वैसे ट्रेनों में भीड़ बढ़ने का सिलसिला फेस्टिव सीजन शुरू होने के बाद ही बढ़ गया था जब दिवाली और छट जैसे पर्व के लिए यात्रियों का आना जाना शुरू हुआ था. उन दिनों में तो ट्रेन की बोगियों में इतनी भीड़ दिखाई देती थी जो अनुमान से काफी ज्यादा मालूम पड़ती थी.
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का यह भी कहना है कि कई लोग बिना टिकट के चढ़ जाते हैं और स्लीपर डिब्बे में घुस जाते हैं. हालांकि यह बात भी सही है कि रेलवे के अधिकारी लगातार टिकटों की चेकिंग कर रहे हैं और बिना टिकट वाले यात्रियों को नियमानुसार दंडित भी किया जा रहा है.
वहीं इन दिनों ठंड का मौसम आ गया है और देश के कई रूटों पर कोहरे के चलते ट्रेनें रद कर दी गई हैं जिसके चलते यात्रियों की संख्या में तो इजाफा नहीं हुआ है लेकिन ट्रेन की संख्या जरूर कम हो गई है और यात्रियों के पास सीमित विकल्प दिख रहे हैं.
फिलहाल सरकार और रेल मंत्रालय लगातार नई ट्रेनों को पटरी पर उतार रहा है और ट्रेनों में दी जाने वाली सुविधाओं को भी मंत्रालय अच्छी करता जा रहा है. इसके अलावा रेलवे सेवा के कर्मचारी सोशल मीडिया पर भी यात्रियों की शिकायतों का निवारण करते नजर आते हैं.