Mahashivratri 2023: भोले नाथ की इन मंदिरों में नहीं घूमा तो क्या घूमा, दर्शन करने के लिए लगती हैं घंटों लाइन
Lord Shiv Temples In India: महाशिवरात्रि का मतलब समझने की कोशिश करेंगे तो यह समझ आएगा कि इस दिन भगवान शिव की महान रात होती है. हिंदू कैलेंडर में यह सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. यह भगवान शिव के सम्मान में हर साल मनाया जाता है. यह फाल्गुन (फरवरी-मार्च) के महीने में 14वें दिन मनाया जाता है. इस वर्ष महाशिवरात्रि 18 फरवरी 2023, शनिवार को पड़ रही है. दुनिया भर के भक्त इस शुभ दिन पर भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए प्रार्थना करते हैं और विशेष अनुष्ठान करते हैं. इतना ही नहीं, अपने आस-पास के भगवान शिव मंदिर में जाकर पूजा भी करते हैं.
श्री बृहदेश्वर मंदिर
बृहदेश्वर मंदिर को पेरिया कोविल, राजाराजेश्वर मंदिर और राजराजेश्वरम के नाम से भी जाना जाता है, यह भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है जो भगवान शिव को समर्पित है. शानदार मंदिर चोल काल के दौरान राजा राजा चोल प्रथम द्वारा 11वीं शताब्दी में बनवाया गया था और इसे चोल वास्तुकला की उत्कृष्ट कला मानी जाती है. मंदिर में एक विशाल मीनार है जो 60 मीटर से अधिक ऊंची है और जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सुशोभित है. यह मंदिर विश्व धरोहर स्थलों में से एक है जहां दुनिया भर से हजारों लोग भगवान शिव का आशीर्वाद लेने आते हैं.
सोमनाथ मंदिर
महाशिवरात्रि को मनाने के लिए हजारों श्रद्धालु हर साल गुजरात के सोमनाथ मंदिर जाते हैं. अरब सागर के तट पर स्थित सोमनाथ मंदिर को शिव के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला माना जाता है. अपनी जटिल नक्काशी और भव्य वास्तुकला के लिए भी जाना जाने वाला यह मंदिर दुनिया भर के यात्रियों के बीच सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है.
महाकालेश्वर मंदिर
महाकालेश्वर मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिन्हें भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है. मंदिर शिप्रा नदी के तट पर स्थित है और हिंदुओं के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है.
नटराज मंदिर
सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन मंदिरों में से एक, तमिलनाडु के चिदंबरम में नटराज मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और अपने गर्भगृह में लौकिक नर्तक नटराज की उपस्थिति के लिए पॉपुलर है. मंदिर परिसर में कनक सभा या गोल्डन हॉल सहित कई अन्य मंदिर और संरचनाएं भी शामिल हैं, जो जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सुशोभित हैं. इसे 1,000 साल पुराना माना जाता है और यह दक्षिण भारत के पांच सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है.
बैद्यनाथ मंदिर
बैद्यनाथ मंदिर भारत के झारखंड के देवघर शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है. यह भा बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिन्हें भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास स्थान माना जाता है. मंदिर परिसर एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें कई छोटे मंदिर और तालाब भी हैं. मुख्य मंदिर वास्तुकला की एक जटिल शैली में बनाया गया है. देश भर से भक्त इस मंदिर में अपनी प्रार्थना करने और भगवान शिव से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं.