यमुना के झाग से बाल में शैंपू! दिल्ली में छठ पूजा के वक्त जहरीले झाग से नहाती महिला का वीडियो वायरल
Shampooing hair With Yamuna river: छठ पूजा के दौरान हजारों लोग इस नदी के किनारे पूजा करने आते हैं. हाई कोर्ट पहले ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में चेतावनी दे चुका है, फिर भी कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है. हाल ही में सामने आया एक वीडियो इसका एक उदाहरण है.
Chhath Puja in Yamuna: दिल्ली का वायु प्रदूषण ही नहीं, बल्कि यमुना नदी का प्रदूषण भी देश में एक बड़ा मुद्दा बन गया है. इस पवित्र नदी में सफेद जहरीले झाग बहने लगे कई साल हो गए हैं, लेकिन अब तक इसका कोई समाधान नहीं निकला है. छठ पूजा के दौरान हजारों लोग इस नदी के किनारे पूजा करने आते हैं. हाई कोर्ट पहले ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में चेतावनी दे चुका है, फिर भी कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है. हाल ही में सामने आया एक वीडियो इसका एक उदाहरण है.
यह भी पढ़ें: कुछ ही सेकेंड में पूरा हिरण निगल गया खतरनाक अजगर, देखकर लोगों की चौंधिया गई आंखें
कुछ महिलाएं यमुना नदी में स्नान करने के दौरान जहरीले झाग को शैम्पू समझकर अपने बालों में लगा रही हैं. जबकि अन्य महिलाएं पवित्र नदी में पूजा कर रही हैं. यह देखकर लोग हैरान हैं कि लोगों को पता होने के बावजूद कि यह पानी कितना जहरीला है, वे ऐसा क्यों कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह से बालों में जहरीला झाग लगाने से इन महिलाओं की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.
छठ पूजा के दौरान यमुनाजी में एक महिला का वीडियो वायरल
दिल्ली में छठ पूजा के दौरान यमुनाजी में एक महिला का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह नदी में डुबकी लगाते हुए जहरीले झाग से अपने बाल धो रही है. यह दृश्य देखकर यह साफ नजर आता है कि यमुनाजी में फैला झाग न केवल गंदा है, बल्कि इसमें खतरनाक रसायन भी मौजूद हैं, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं. इसके बावजूद, कई श्रद्धालु छठ पूजा के दौरान यमुनाजी में नहाने के लिए उतरे थे, जबकि नदी का पानी अत्यधिक प्रदूषित था.
दिल्ली हाई कोर्ट ने क्या कहा?
दिल्ली हाई कोर्ट ने यमुनाजी के किनारे छठ पूजा के आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने यह माना कि यमुनाजी बहुत अधिक प्रदूषित है और यदि लोग इसमें स्नान करेंगे तो वे बीमार हो सकते हैं. मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की बेंच ने कहा, "कृपया समझें, आप बीमार हो जाएंगे. हम आपको नदी में जाने की अनुमति नहीं दे सकते. यह अत्यधिक प्रदूषित है. यह एक बहुत बड़ी समस्या है, इसे एक दिन में ठीक नहीं किया जा सकता."
यह आदेश दिल्ली सरकार द्वारा यमुनाजी के किनारे छठ पूजा पर लगाई गई रोक को लेकर दायर जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई के दौरान दिया गया. छठ पूजा, दिल्ली में पूर्वांचल समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के भोजपुरी बोलने वाले लोग हैं.