स्टूडेंट को सांप ने काटा तो अस्पताल में झाड़-फूंक वाला मुंह से निकालने लगा जहर! तमाशा देखते रहे डॉक्टर
Snake Attack: एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. एक सांप ने एक स्कूली छात्रा को काट लिया. बाद में स्कूल के शिक्षक व परिजन इलाज कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां प्राथमिक इलाज के बाद हॉस्पिटल में झाड़-फूंक वाला आया और फिर.
Weird News: अनूपपुर जिले के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आज अजीबोगरीब मामला सामने आया. एक सांप ने एक स्कूली छात्रा को काट लिया. बाद में स्कूल के शिक्षक व परिजन इलाज कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां प्राथमिक इलाज के बाद हॉस्पिटल के बेड में ही झाड़-फूंक और सांप के काटे स्थान को मुंह से चूस कर जहर निकालने का अंधविश्वासी खेल शुरू हो गया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में जब वायरल हुआ तो यह चर्चा का विषय बन गया. बताया जा रहा है कि यह छात्रा अनूपपुर जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत बाडीखार हाईस्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा है जो सुबह लगभग 9 बजे स्कूल गई. स्कूल परिसर के अंदर ही उसे सांप ने काट लिया.
अंधविश्वास का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल
कोतमा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंदर का वीडियो सामने आया है. सांप के काटने पर छात्रा के पास झाड़-फूंक करने वाले हॉस्पिटल के अंदर घुस आए और जहां पर सांप काटा था वहीं पर मुंह से जहर निकालने लगा. इस अंधविश्वास की क्लिप वायरल होने वाले वीडियो में देखा जा सकता है. अस्पताल में लोगों का भीड़ इकट्ठा होने लगी और हॉस्पिटल में डॉक्टर, नर्स, कर्मचारी समेत सभी झाड़-फूंक करने वाले व्यक्ति को जहर निकालते हुए देखते रहे. अस्पताल में झाड़-फूंक करने वाले ओझा को रोकने की बजाय डॉक्टर, अस्पताल के कर्मचारी नाबालिक की जान को जोखिम में डालकर मूकदर्शक बने रहे.
डॉक्टर्स के सामने ही चलता रहा झाड़-फूंक का खेल
बताते चले कि प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने झाड़-फूंक करने वाले एक ओझा को बुला लिया और दुर्भाग्य से अस्पताल के बेड पर ही ओझा सांप काटने का जहर उतारने के लिए झाड़-फूंक कर मुंह से जहर निकालने लगा. करीब घंटेभर अंधविश्वास का ये खेल सरकारी अस्पताल में चलता रहा लेकिन ना तो अस्पताल प्रशासन ने ओझा को झाड़-फूंक करने से रोका और ना ही बच्ची के परिजनों ने.
जिम्मेदार नहीं दे रहे जवाब
जब ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर आर के वर्मा से फोन के माध्यम से बात करने की कोशिश की गई तो, उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया. संबंधित हॉस्पिटल में उक्त वीडियो की पड़ताल की गई तो डॉक्टर भाग खड़े हुए और ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर फील्ड वर्क में होना बताया गया. जिम्मेदार पद पर बैठे हुए अधिकारी कर्मचारी अव्यवस्थाओं पर बोलने से बच रहे हैं.
रिपोर्ट: अभय पाठक