Tea Shop In Graveyard: अगर आपसे कहा जाए कि कब्रों के बगल में बैठकर खाना-पीना है तो आप कुछ देर के लिए असहज महसूस करेंगे, लेकिन अहमदाबाद में एक चाय की दुकान में कुछ ऐसी ही सेटिंग है और लोग कब्रिस्तान में आकर चाय पीते हैं और मुर्दों के बीच बैठकर खाते-पीते हैं. अहमदाबाद के लाल दरवाजा में स्थित लकी टी स्टॉल 72 वर्षों से चल रहा है. मशहूर आर्टिस्ट एमएफ हुसैन अक्सर चाय के इस साधारण ठिकाने पर जाया करते थे. हुसैन ने 1994 में स्टॉल के मालिक को अपनी एक पेंटिंग भी उपहार में दी थी. यह पेंटिंग अभी भी चाय की दुकान की दीवारों के भीतर लटकी हुई है.


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कब्रिस्तान के बगल में बैठकर खाते-पीते हैं लोग


अप्रैल में ट्रैवल और फूड व्लॉगिंग अकाउंट @hungrycruisers ने लकी टी स्टॉल के बारे में एक वीडियो शेयर किया, जिस पर हजारों लाइक्स मिले. वीडियो में @hungrycruisers ने यहां के अनूठे सेट-अप के पीछे की कहानी को संक्षेप में बताई. वीडियो के मुताबिक, "रेस्टोरेंट के मालिक कृष्णन कुट्टी अहमदाबाद में इस जमीन को खरीदा था, लेकिन वह इस तथ्य से अनजान थे कि यह एक कब्रिस्तान था. हालांकि, जब उन्हें इस बारे में पता चला तो उन्होंने रेस्टोरेंट बनाने के प्लान को नहीं बदला. कब्र के चारों ओर लोहे की सलाखें लगाने के अलावा कब्रों को अछूता छोड़कर, उनके मालिक ने उपलब्ध जगह में कब्रों के चारों ओर बैठने की जगह बना दी है."


 



 


वीडियो देखने के बाद लोगों ने दी ऐसी सलाह


पोस्ट में आगे लिखा, "हर सुबह, कर्मचारी सभी कब्रों को साफ करते हैं और उन्हें ताजे फूलों से सजाते हैं. जगह धीरे-धीरे बढ़ने लगी और शहर में घूमने के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक बन गई.” कैप्शन में यह भी लिखा गया कि मृतकों का सम्मान करें, जैसा कि आप जीवित लोगों का सम्मान करते हैं. एक इंस्टाग्राम यूजर ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, "लोग सोच सकते हैं कि यह बहुत अच्छा आइडिया है लेकिन मेरे प्वाइंट ऑफ व्यू में, यह सबसे अजीब है. मृत का सम्मान करने का मतलब यह नहीं है कि हम कब्र के पास बैठ सकते हैं और खा सकते हैं." एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, "मैं इस जगह पर कई बार गया हूं, यह सिर्फ एक और होटल है, कुछ खास नहीं है, यहां तक कि कब्रों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है."