Jaipur Litrature Festival: दिल्ली के ब्रिटिश काउंसिल में ब्रिटिश लाइब्रेरी में होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) लंदन 2024 के एक प्रीव्यू का आयोजन किया गया. इस इवेंट को टीमवर्क आर्ट्स और ब्रिटिश काउंसिल ने मिलकर ऑर्गनाइज किया. ये फेस्टिवल ब्रिटिश की राजधानी लंदन में अपने 11वें साल का जश्न मनाएगा. प्रीव्यू में फेस्टिवल के लिए बनाए गए सेशन्स और ग्लिम्प्स की एक झलक दिखाई गई. ये फेस्टिवल 7 से 9 जून 2024 तक लंदन के ब्रिटिश लाइब्रेरी में होगा. कहा जा रहा है कि लंदन में देश की मिट्टी की खुशबू महकेगी.


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लंदन में 11वीं बार होने जा रहा JLF फेस्टिवल


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लंदन में हर साल रौनक लाती है. ये फेस्टिवल साहित्य और संस्कृति पर आधारित समृद्ध बातचीत का मौका देगा. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की सह-निदेशक और मशहूर लेखिका, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता नमिता गोखले ने कहा, "लंदन और इसकी समृद्ध साहित्यिक परंपरा के साथ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के अंतरराष्ट्रीय संस्करण का एक खास जुड़ाव है. हम अपनी साझा कहानियों के साथ मिलकर मानवीय भावना का जश्न मनाएंगे. हम अपनी बदलती दुनिया को समझने की कोशिश करेंगे. हम हंसी का उपहार साझा करेंगे. हम एक-दूसरे की कहानियां हैं."


दुनियाभर के साहित्यकार होंगे मौजूद


मशहूर लेखक और इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल ने कहा, "जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लंदन 2024 में दुनिया भर से अनोखी आवाजें एक साथ आएंगी. ये सांस्कृतिक आदान-प्रदान और बौद्धिक खोज के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा. हम सभी को साहित्य और विचारों की बदलने की ताकत का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करते हैं." संजय रॉय ने कहा, "ब्रिटिश लाइब्रेरी में होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लंदन में हमारा लक्ष्य ऐसा मंच बनाना है जहां साहित्य और कला दुनिया की महत्वपूर्ण समस्याओं से जुड़े. शब्दों और कहानियों की ताकत के जरिए हमारे आसपास की दुनिया को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा."


महिलाओं के किस्सों को मिल रहा सपोर्ट


ब्रिटिश काउंसिल की इंडिया डायरेक्टर अलिसन बैरेट ने कहा, "हमें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लंदन 2024 में असम की जानी-मानी लेखिका अनुराधा सरमा पुजारी को शामिल करने की खुशी है. ये भारत की उन कम सुनी गई आवाजों और कहानियों को ब्रिटेन के दर्शकों तक पहुंचाने की हमारी निरंतर कोशिश का हिस्सा है. अनुराधा साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और उपन्यास, निबंधों और कहानियों के लिए जानी जाने वाली एक लेखिका हैं. वो महिलाओं के किस्सों की मजबूत समर्थक हैं. उनकी प्रसिद्ध लेखिका नमिता गोखले के साथ चर्चा महिलाओं की पहचान पर समाज की बंदिशों और लेखन की बदलने की ताकत पर एक शानदार बहस का वादा करती है."