Viral News in Hindi: कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर के कॉरपोरेट वर्क कल्चर में काफी हद तक बदलाव आ गया है. अब दुनिया में हाइब्रिड वर्क कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिसमें कर्मचारी को कुछ दिनों तक वर्क फॉर्म होम और कुछ दिन दफ्तर में काम करने की छूट दी जाती है. यह वर्क कल्चर पूरी तरह बॉस और इंप्लाईज के बीच आपसी भरोसे पर निर्भर करता है. इस सिस्टम में कई बार ऐसे मौके भी आते हैं, जब इंप्लाई वर्क फ्रॉम होम के दौरान मौके का फायदा उठाकर कामचोरी कर जाते हैं. ऐसा ही एक दिलचस्प मामला वायरल हो रहा है, जिसमें एक कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम के दौरान एक महीने की छुट्टी मनाने के लिए इटली चला गया. इस दौरान उसने ऐसा फुलप्रूफ प्लान बनाया, जिससे किसी को उस पर कोई शक ही नहीं हुआ.


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वर्क फ्रॉम होम में कर डाला इटली टूर


बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक एक कर्मचारी ने वर्क फ्रॉम होम के दौरान छुट्टियां मनाए जाने के दिलचस्प वाकये को बयान किया है. अपना नाम जाहिर किए बिना इंप्लाई ने बताया कि उसने महज एक हफ्ते तक काम करके महीने भर की लंबी छुट्टी काट ली. लेकिन ऐसा हुआ कैसे, इसका राज खोलते हुए वह बताता है, 'मैं रोजाना अपना लैपटॉप खोलकर 3-4 घंटे काम करता. इस दौरान होने वाली अहम मीटिंग्स में जुड़ता. हालांकि जिस दिन खुद बॉस या उनके करीबी दोस्त मीटिंग में शामिल होते तो मैं ज्यादा काम करके दिखाने की कोशिश करता.' 


'रोजाना ईमेल और मैसेजों की जांच करता'


उसने आगे बताया, 'वर्क फ्रॉम होम के दौरान मैंने एक महीने तक बॉस और सहकर्मियों को बताए बगैर एक महीने तक इटली में छुट्टियां मनाने का फैसला किया. जब मैं वहां पहुंचा तो मैं रोज सुबह अपना लैपटॉप खोलकर लॉग इन करता. इसके बाद अपने ईमेल और मैसेजों की जांच करता. अगर मुझे पता लगता कि आज कोई अहम मीटिंग है तो उसके हिसाब से अपने घूमने के प्लान को एडजस्ट करता.' 


'माउस जिगलर का करता था इस्तेमाल'


किसी को उस पर शक न हो, इसके लिए उसने क्या किया. इस पर उस इंप्लाई ने बताया, 'अपने सहकर्मियों को यह एहसास करवाने के लिए वह काम में बहुत बिजी है और ग्रुप में एक्टिव है, वह रोजाना माउस जिगलर का इस्तेमाल करता. इसके इस्तेमाल से कंपनी के इंटरनल कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म पर मैसेज जाता कि वह लगातार काम कर रहा है. इसके साथ ही वह बीच- बीच में कुछ ईमेल और मैसेजों का भी रैंडमली जवाब देता रहता, जिससे सभी को यही लगा कि वह अपने काम में व्यस्त है.' 


प्लान खुल जाता तो क्या करता?


इंप्लाई अपनी छुट्टी के राज खोलते हुए आगे कहता है कि उसकी कंपनी में हफ्ते में एक दिन ऑफिस में आकर काम करना अनिवार्य है. हालांकि इस नीति को सख्ती से लागू नहीं किया गया. कोई आना चाहे तो आ सकता है और कोई न आना चाहे तो नहीं भी आता. यह भी एक वजह रही, जिसने उसे एक महीने की लंबी छुट्टी प्लान करने का मौका दे दिया. वह आगे कहता है कि अभी तक तो किसी को उसके प्लान के बारे में पता नहीं चला है. हालांकि अगर बॉस को इस बारे में पता चल भी जाता है तो वह खुलकर उनके सामने यह कहने को तैयार है कि मैं अपना काम ईमानदारी से करता हूं. ऐसे में आपको और क्या चाहिए.