Terrorism in Pakistan: सऊदी अरब ने सोमवार को पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए गैरजरूरी आवाजाही बंद करने की सलाह जारी की और दक्षिण एशियाई देश में रविवार को हुए कई धमाकों के बाद उन्हें हर संभव तरीके से सावधानी बरतने की चेतावनी दी. जारी की गई एडवाइजरी में देश में रहने वाले नागरिकों से शहर के भीतर यात्रा सीमित करने और आतंकवादी हमले के संभावित खतरे के कारण इस्लामाबाद में पांच सितारा होटल में जाने से बचने का आग्रह किया गया है.


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एडवाइजरी में कहा गया, ‘दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन का दूतावास पाकिस्तान में रहने वाले और आने वाले सभी नागरिकों को चेतावनी देना चाहता है.’ इस्लामाबाद में सऊदी दूतावास ने ट्विटर पर लिखा, ‘सावधानी बरतने और आवश्यकता के अलावा बाहर जाने की जरूरत नहीं है, यह देखते हुए कि राजधानी इस्लामाबाद में अधिकारियों ने सुरक्षा अलर्ट को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है.‘


ऑस्ट्रेलिया, यूएस ने भी दी अपने नागरिकों को चेतावनी
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने भी सोमवार को पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए एक नई यात्रा सलाह जारी की और उनसे शहर के भीतर सावधानी बरतने और यात्रा को सीमित करने का आग्रह किया.


एडवाइजरी में कहा गया, ‘इस्लामाबाद में ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने और शहर के भीतर यात्रा को सीमित करने की सलाह दी गई है. आपको नवीनतम अपडेट के लिए अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए और मीडिया पर नजर रखनी चाहिए.'


इससे पहले रविवार को, अमेरिकी सरकार ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी थी कि अज्ञात व्यक्ति संभवतः छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल पर हमले की योजना बना रहे हैं. अमेरिकी सरकार की एडवाइजरी में कहा गया, ‘सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.‘


पाकिस्तान में बढ़ी आतंकी घटनाएं
बता दें पाकिस्तान आतंकवाद के एक नए दौर का सामना कर रहा है जिसकी वजह से कई सेना अधिकारियों और नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है. रविवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में कम से कम सात विस्फोट हुए जिनमें सेना के 5 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हो गए.


वहीं क्वेटा में सबज़ल रोड पर एक ग्रेनेड विस्फोट में कम से कम चार लोग घायल हो गए. इस बीच, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का झंडा उत्तरी वजीरिस्तान जनजातीय जिले के मीर अली बाजार में एक बिजली के खंभे पर फहराया गया था, जिसे स्थानीय लोगों की सूचना के बाद उसे नीचे गिरा दिया गया.


टीटीपी तालिबान से संबद्ध है, जिसने पिछले साल अगस्त में पड़ोसी अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया था. कट्टरपंथी इस्लामी संगठन ने नवंबर में सरकार के साथ अफगान तालिबान की मध्यस्थता से संघर्ष विराम की समाप्ति की घोषणा के बाद से हमले तेज कर दिए हैं.


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