नई दिल्लीः भारत में चीनी राजदूत लुओ झाओहुई ने डोकलाम विवाद को लेकर भारत और चीन के संबंधों के बारे में बड़ा बयान दिया है. उन्होंन कहा कि भारत और चीन दुनिया के बड़े और महान देश हैं और दो बड़े देशों के बीच आपसी मदभेद होना स्वाभाविक है. समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और चीन एक परिवार के दो भाईयों की तरह हैं जिनमें छोटी-छोटी बातों पर विवाद होना बेहद आम बात है, लेकिन यह विवाद हमेशा नहीं रह सकता और यह विवाद बहुत ही प्राकृतिक है.



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आपको बता दें कि आज से दो वर्ष पहले 2017 में जून के महीने में डोकलाम विवाद दुनिया के सामने आया था. इस विवाद के चलते दोनों ही देशों के बीच बहुत अधिक तनाव हो गया था. लुओ ने उस समय भी भारत और चीन के संबंधों को सामान्य करने में काफी महत्वपूर्ण रोल निभाया था. लुओ ने कहा कि दोनों ही देश हमेशा से ही इस बात पर अपनी सहमति जताते रहे हैं कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब दो इतने बड़े देशों के बीच बातें होती हैं तो यह जरूरी नहीं कि दोनो एक दूसरे के साथ सहमत हों.


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एक कार्यक्रम के दौरान बात करते हुए लुओ ने कहा कि देश हित के लिए हमें अपने रिश्तों को और मजबूत करना चाहिए और इसके लिए प्रयासरत रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि डोकलाम बीते समय की बात है अब दोनों देशों के संबंध स्थिर हैं. भारत और चीन के संबध की वर्षगांठ को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे संबंधों को 70 वर्ष हो गए हैं और हमने हमेशा ही साथ में मिलकर काम किया है और इतने साल साथ रहने से यह पूरी तरह से साफ हो जाता है कि हमारे बीच रिश्ते शुरू से अच्छे थे. उन्होंने कहा कि रिश्तों में उतार चढ़ाव आना बहुत आम बात है.