नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय संगठन (SAARC) देशों की बैठक कल (गुरुवार) होने वाली है. बैठक की मेजबानी भारत करेगा. इस बैठक की खास बात यह है कि लगातार जारी तनाव के बीच भारत ने बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) को भी आमंत्रित किया है. 


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कोरोना को लेकर होगी चर्चा
भारत की पहल की वजह से, कोविड-19 (Covid-19) संकट को लेकर किए जा रहे प्रयासों का लाभ पाकिस्तान को भी मिल सकता है. सार्क (SAARC) देशों की बैठक के लिए पाकिस्तान को भी भारत ने आमंत्रित किया है. इस बैठक में मुख्य रूप से कोरोना संकट से निपटने के उपायों पर चर्चा की जाएगी. बैठक के लिए सार्क समूह के सदस्य देशों को आमंत्रित किया है. तमाम देशों ने शामिल होने की पुष्टि भी कर दी है.


पिछली बैठक में पाक की उपस्थित पर सवाल
पिछले साल मार्च में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने COVID-19 महामारी पर सार्क बैठक का आह्वान किया था. इस बैठक में तमाम सार्क देशों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे लेकिन पाकिस्तान की तरफ से 'जूनियर स्तर' के अधिकारी ही मौजूद रहे. बैठक के दौरान सार्क आपातकालीन कोष की स्थापना की गई, जिसमें भारत का योगदान 10 मिलियन डॉलर रहा.


कई देशों की मदद
महामारी के बीच, भारत ने कई देशों की मदद की है. दवाओं के अलावा भूटान, नेपाल, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को 75000 मीट्रिक टन खाद्य सहायता भेजी. मिशन सागर 1 के तहत, हिंद महासागर में 5 देशों- मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स में दवाओं और खाद्य सहायता पहुंचाई.


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इन देशों को दिए कोविड टीके
इस वर्ष, भारत ने कुछ देशों को कोविड-19 टीके भेंट किए. बंगालेश को 20 लाख डोज, म्यांमार को 17 लाख डोज, नेपाल को 10 लाख, भूटान को 1.5 लाख, मालदीव को 1 लाख, मॉरीशस को 1 लाख, सेशेल्स को 50000, श्रीलंका को 5 लाख और अफगानिस्तान को 5 लाख डोज दिए गए हैं. 


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