Pakistan Economic Crisis: आर्थिक संकट और रिकॉर्ड तोड़ महंगाई की वजह से भारी परेशानियों का सामना कर रहे पाकिस्तान के लोगों के लिए एक और बुरी खबर है. अगले पखवाड़े के लिए पाकिस्तान में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 10-14 पीकेआर प्रति लीटर की वृद्धि होने की संभावना है.


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मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई है. द न्यूज ने बताया कि उद्योग जगत के सूत्रों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में तेल की बढ़ती कीमतों के कारण सरकार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि कर सकती है.


इतने बढ़ सकते हैं दाम
यह वृद्धि 14 पीकेआर प्रति लीटर तक जा सकती है यदि सरकार पिछली समीक्षा के विपरीत विनिमय दर के नुकसान को भी समायोजित करती है.


देश के तेल क्षेत्र के कामकाज के अनुसार, विनिमय दर हानि समायोजन के साथ कीमतों की अगली समीक्षा के लिए पेट्रोल की एक्स-डिपो कीमत 14.77 पीकेआर प्रति लीटर है.


भले ही सरकार विनिमय घाटे को समायोजित करने से बच रही है, फिर भी वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण पेट्रोल की कीमत में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा. पेट्रोल की कीमत में अपेक्षित वृद्धि करों की वर्तमान दर पर आधारित है. सरकार शून्य सामान्य बिक्री कर के साथ पेट्रोल पर 50 पीकेआर प्रति लीटर लेवी ले रही है.


सरकार के पास नहीं कोई दूसरा रास्ता
मौजूदा परिदृश्य में, उन्होंने कहा, सरकार के पास पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि इसकी वित्तीय स्थिति पहले से ही कम है.


द न्यूज ने बताया कि साथ ही, सरकार विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए आईएमएफ कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए बेताब प्रयास कर रही है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की सारी उम्मीदें अब अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से 1.1 अरब डॉलर से मिलने वाले फंड पर टिकी है. यह फंडिंग साल 2019 में किए गए 6.5 बिलियन डॉलर के बेलआउट समझौते का हिस्सा है.  हालांकि इस फंड को पाना पाकिस्तान के इतना आसान नहीं है.


(इनपुट - एजेंसी)


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